अनेकता में एकता की मिसाल है कस्बा सिसौली में होलिका पूजन.

(कमल मित्तल)
मुज़फ्फरनगर का कस्बा सिसौली ऐतिहासिक परम्पराओ के लिए जाना जाता है,जहां मुजफ्फरनगर जैसे बड़े शहर में सैकड़ों जगह आज होलिका पूजन किया गया, जनपद के छोटे-छोटे गांवो में भी कई कई होली का सजाई गई ,लेकिन कस्बा सिसौली में परंपरागत रूप से पूरे कस्बे की महिलाएं एक ही स्थान पर होलिका पूजन करती है.
कस्बा सिसौली में ऐतिहासिक होली चौक पर पूरे कस्बे की महिलाएं होली के दिन होलिका पूजन करती है ,ऐसे में अधिक भीड़ होने पर महिलाएं अपनी बारी का इंतजार भी करती देखी जाती है ।उल्लेखनीय बात यह है कि महिलाओं के उनके बच्चे भी होली चौक पर पहुंचते हैं ऐसे में सुबह से शाम तक लगभग 15000 महिलाएं बच्चे होलिका की परिक्रमा करते हैं, लेकिन आजतक किसी के साथ कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है । कस्बा वासियों में राजनीतिक विरोध किसी भी तरह का हो, लेकिन जब बात त्योहार की आती है और विशेष रूप से होली पर्व की तो सभी कस्बा सिसौली वासी एक सूत्र में बंधे हुए दिखाई देते हैं।