जैन मंदिर से निकली वार्षिक रथयात्रा, धर्ममय हुआ जैन नगर

-जैन धर्म की प्रभावना का एक प्रमुख अंग है भगवान श्री की रथ यात्रा
मेरठ। आनंदपुरी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में वार्षिक रथयात्रा महोत्सव रविवार को धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम भगवान को पांडुकशिला पर विराजमान करके अभिषेक किया गया। इसके उपरांत भगवान पर शांति धारा की गई, शांति धारा का सौभाग्य सुनील प्रवक्ता, सत्येंद्र जैन को प्राप्त हुआ।
तदुपरांत देव शास्त्र गुरु, 24 तीर्थंकर तथा महावीर भगवान की पूजा की गई। इन्द्रों- इंद्राणीयों द्वारा शांति विधान किया गया। मांडले पर 120 अर्घ चढ़ाए गए। अभिषेक शांतिधारा में अरुण जैन, राजीव जैन, विपिन जैन का सहयोग रहा। रथ यात्रा का आयोजन प्रातः 10:00 बजे आनंदपुरी मंदिर से प्रारंभ हुआ। रथ यात्रा आनंदपुरी मंदिर से प्रारंभ हुई, जिसमें आगे-आगे दिल्ली से आए ताशे ढोल वाले नगाड़े वाले, फिर अहिंसा परमो धर्म का झंडा लिए भक्तगण, उनके पीछे अनेक बाजे वाले चल रहे थे। रथ यात्रा जैन नगर, रेलवे रोड तिराहा, प्रेमपुरी, शांति नगर, रोहटा स्टैंड होती हुई जैन बोर्डिंग हाउस पहुंची। इस दौरान समस्त रास्ता तोरण द्वारों से सजा हुआ था। बाजों की धुनों से वातावरण धर्ममय हो गया, जगह-जगह मिष्ठान और फलों का वितरण हो रहा था।
भगवान श्री का हुआ अभिषेक
जैन बोर्डिंग हाउस पहुंचकर भगवान श्री का अभिषेक तथा पूजा की गई, समस्त धार्मिक क्रियाएं पंडित मनोज जी शास्त्री के द्वारा की गई। संपूर्ण महोत्सव में विनय जैन, अचल जैन, तरस जैन, मुकेश जैन, राजीव जैन, सुरेंद्र जैन, प्रदीप जैन, वीर कुमार जैन, अतुल जैन का विशेष सहयोग रहा।
आनंद पुरी मंदिर पहुंची रथ यात्रा
जैन बोर्डिंग हाउस में पूजा के उपरांत भगवान श्री को रथ में विराजमान कर यात्रा वापस आनंद पुरी मंदिर पहुंची। भगवान श्री की रथ यात्रा जैन धर्म की प्रभावना का एक प्रमुख अंग है ।