कोविड की 4th लहर की आहट: मॉक ड्रिल को उतरा महकमा
मॉक ड्रिल कर कोविड के इलाज की व्यवस्थाओं को परखा
-मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल अधिकारी की देखरेख में की गई मॉकड्रिल
मेरठ। जनपद के अस्पतालों में कोविड के उपचार के लिए की गयी व्यवस्थाओं को सोमवार को मॉक ड्रिल के माध्यम से परखा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल अधिकारी की देखरेख में हुई मॉक ड्रिल में लगभग सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पायी गयी,जहां कमी दिखी वहां व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गये।
जिला अस्पताल, लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दौराला, सरधना,मवाना हस्तिनापुर, किठौर के अस्पतालों की व्यवस्थाओं का जायजा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन द्वारा गठित की गई टीम द्वारा लिया गया। इस दौरान कोविड-19 आॅक्सीजन प्लांट, कोविड वार्ड, एम्बुलेंस की टाइमिंग,दवा आदि की जांच की गई। इस दौरान अस्पताल में आए कोरोना के मरीज को कितने समय में उपचार मिलता है इसकी भी जांच की गयी। सीएमओ डा.अखिलेश मोहन ने बताया कोरोना के फिर संक्रमण की आशंका को देखते हुए शासन ने स्वास्थ्य विभाग को सभी तैयारियां दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इसी परिपेक्ष में जिले के सरकारी अस्पतालों में मॉकड्रिेल की गई। उन्होंने बताया -इस दौरान चिकित्सालयों में आॅक्सीजन व्यवस्था, बेड की उपलब्धता, कोरोना वार्ड, दवा, एंबुलेंस चिकित्सकों की उपलब्धता, इलाज की तैयारियां, मरीज को भर्ती कराने की व्यवस्थाओं के साथ मरीज को अस्पताल लाने से इलाज मिलने तक में लगने वाले समय की रिहर्सल की गयी। मॉकड्रिल में लगभग सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया, जिले में सभी आॅक्सीजन प्लांट पूरी तरह संचालित हैं प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में पूरी तैयारियां हैं। उन्होंने बताया, जिले में टीकाकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है 45 से 60 साल के बीच सौ प्रतिशत लोगों ने प्रथम डोज लगवा ली है जबकि इसी उम्र के 89 प्रतिशत लोगों ने दूसरी डोज लगवा ली है। 15 साल से 17 साल के बीच 80 प्रतिशत युवाओं को प्रथम रोज लगाई जा चुकी है जबकि 38 प्रतिशत को दूसरी डोज लग चुकी है जिले में प्रीकॉशन डोज का भी लक्ष्य पूरा कर लिया गया है।