मुज़फ्फरनगर में ‘एक शाम खुर्शीद हैदर के नाम’ से सजी अदब की महफिल
'गैर परों से उड़ सकते हो हद से हद दीवारों तक'
सरवट के गॉड ग्रेस इंटर कॉलेज में यूडीओ ने किया मुशायरे का आयोजन
मुज़फ्फरनगर। उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन के बैनर तले “एक शाम खुर्शीद हैदर के नाम” ऑल इण्डिया मुशायरा, गॉड्स ग्रेस इंटर कॉलेज, सरवट में आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता उस्ताद शायर डॉ. सदाकत देवबंदी ने की और संचालन प्रसिद्ध शायर रियाज सागर ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि नगर पंचायत शाहपुर के चेयरमैन हाजी अकरम कुरैशी, समाजसेवी मनीष चौधरी और पूर्व प्रधान इंतजार त्यागी रहे। इससे पूर्व डॉ. शमीमुल हसन, कलीम त्यागी और तहसीन अली असारवी ने मुशायरे का शमा रोशन की।मुशायरे के संयोजक असद फारूकी और सह संयोजक साजिद हसन त्यागी रहे। इस मौके पर संस्था की ओर से खुर्शीद हैदर के सम्मान में प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष कलीम त्यागी ने कहा कि खुर्शीद हैदर ने अपनी शायरी से मुजफ्फरनगर का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा और शायरी की दुनिया में अपनी प्रतिभा से चमकने वाले खुर्शीद हैदर ने अपनी खूबसूरत शायरी और खनकदार आवाज से ग़ज़ल की दुनिया में एक क्रांति पैदा कर दी। किसी भी मुशायरे में ख़ुर्शीद हैदर की उपस्थिति मुशायरे की सफलता की गारंटी होती है।
खुर्शीद हैदर ने कहा…….
गैर परों से उड़ सकते हो हद से हद दीवारों तक
अंबर तक तो वही उड़ेंगे जिनके अपने पर होंगे
यहाँ बिलाल सहारनपुरी ने कहा –
पहले हर आदमी इंसान हुआ करता था
बाद में हिंदू और मुसलमान हुआ करता था
डॉ.सदाकत कुछ अपने अंदाज़ में कुछ इस तरह अपना कलाम पेश करते नज़र आये..
हुकूमते जिन्हें कहते हैं यूं नहीं चलती
पता है सब हमें जिस आब ओ ताब में तुम हो
अब्दुल हक सहर ने कहा..
इस जिंदगी में एक नई सुबह लिए हुए
सूरजमुखी का फूल है सूरज लिए हुए
जुनैद अख्तर कांधलवी ने सच्चाई यूँ बयान की
कातिल गवाह बनके अदालत में आ गए
मुझ पर मेरे ही कत्ल का इल्जाम आ गया
मज़ाहिया शायर सिकंदर हयात ‘गड़बड़’ ने अपने अंदाज़ से सबको हंसाया…
वो तेरा बाप लेकर घूमता है जेब में कट्टा
न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए
महमूद असर ने कहा..
बात इंसान के किरदार की हुई है मियां
वरना पैसे तो तवायफ भी कमा लेती है
जहाज़ देवबंदी ने पढ़ा..
यूं भी गुस्सा आ गया कल मुझको मेरे डैड पर
खत किसी को लिख रहे थे मेरे लेटर पैड पर
डॉ० तनवीर गौहर ने कहा…..
जो बेजुबान है मुझे जुबा लडाते हैं
मेरे खिलाफ हवा है वगरना कुछ कहता
सफल संचालन कर रहे रियाज़ सागर ने पढ़ा..
उस पार जलानी है हमें कश्तियां अपनी
जो मौत से डरता है वो इस पार उतर जाए
डॉ. ताहिर क़मर मीरापुरी ने तारीखी शेर पढ़ा..
अब जुल्म की तारीख भला कौन लिखेगा
जब जुल्म को लिखने में कलम टूट रहे हैं
अरशद जिया ने खूब वाह वाही लूटी….
पुरानी सेफ से माजी का एक किस्सा निकल आया
मैं चश्मा ढूंढता था और तेरा झुमका निकल आया
अहमद मुजफ्फरनगरी ने कहा…...
उसे अपना समझूँ तो कैसे
जो शामिल जीने मरने में नहीं है
नवेद अंजुम ने अपने अंदाज़ में कहा…
ख्वाब ही टूट गया पेड़ की हर डाली का
आपसे फर्ज निभाया न गया माली का
सैफ हैदर ने यूँ बयान किया…..
तड़पा दिया कभी-कभी बहला दिया मुझे
जुल्फों की तरह आपने उलझा दिया मुझे
डॉ. तहसीन समर चरथावली ने पढ़ा.…
क्यों है मगरूर तू बुलंदी पर
जब वह चाहे ज़वाल देता है।
इनके अलावा मोहतरमा दानिश ग़ज़ल, शाहिद अरमान, अबुल कलाम कलीम और गुफरान नफीस ख़याली ने भी अपना कलाम पढ़ कर वाह वही लूटी।
मुशायरे को कामयाब बनाने में अध्यक्ष डॉ. शमीमुल हसन, कलीम त्यागी, असद फारूकी, शमीम कस्सार, तहसीन अली, साजिद हसन त्यागी, डॉ. फारुख हसन, मास्टर नदीम, बदरुल जमां खान, गुलफाम अहमद, इशरत त्यागी, तौहीद त्यागी, कारी सलीम मेहरबान, शहजाद अली त्यागी, डॉ. सलीम सलमानी , हाजी शकील, हाजी सलामत राही, मास्टर खलील अहमद ने अपनी अहम भूमिका निभाई।
खासकर वो शख्सियतें जिन्होंने मुशायरे में शिरकत की, इनमें देहाती फिल्मो के अभिनेता विकास बालियान, समाजसेवी मनीष चौधरी, फैजुर्रहमान, पूर्व प्रधान इंतज़ार त्यागी, डॉ. नजमुल हसन जैदी, अमीर आजम एडवोकेट, महबूब आलम एडवोकेट, जफरयाब खान, मास्टर खुर्शीद आलम, इंजीनियर नफीस राणा, अज़हर फारूकी, डॉ. शमीम मलिक, सलीम त्यागी, मुहम्मद इक़रार, हकीम, अताउर रहमान अजमली, मोहम्मद सद्दाम राणा, मोहम्मद सलमान, कारी हुजैफा, मौलाना हुसैन कासमी के अलावा शहर व क्षेत्र के सैकड़ों गणमान्य लोग शामिल हुए।
इस मौके पर गॉड्स ग्रेस इंटर कॉलेज के निदेशक साजिद हसन त्यागी के पिता हाफिज मोहम्मद असगर ने खुर्शीद हैदर का फूलों से स्वागत किया और दुआओं के साथ आशीर्वाद दिया। मुशायरा बेहद कामयाब रहा और सुबह तीन बजे तक चला। श्रोताओं ने शायरी का खूब आंनद लिया और दाद दी। अंत में संयोजक असद फारूकी एवं साजिद हसन त्यागी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।