CCS के समाजशास्त्र विभाग ने तैयार किया मास्टर ऑफ आर्ट का पाठ्यक्रम

चौधरी चरण सिंह विश्व विद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में एम.ए. विषय ई.एन.पी.के अंतर्गत बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग आयोजित की गई। जिसमें प्रमुख रुप से विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेंद्र सिंह, आर्ट्स डीन प्रोफ़ेसर नवीन चंद्र लोहनी, प्रोफेसर जे.के पुंडीर,प्रोफेसर सी पी. सिंह,प्रोफेसर आलोक कुमार, प्रोफेसर मनीष कुमार वर्मा, प्रोफेसर के0 एस0 चौहान तथा अन्य समाजशास्त्री उपस्थित रहे।
यहाँ एम.ए.समाजशास्त्र का सिलेबस तैयार किया तथा बुद्धिजीवी समाज शास्त्रियों का समाजशास्त्र विभाग में स्वागत समारोह आयोजित किया गया। समाजशास्त्र विभाग में विश्व दुग्ध दिवस के उपलक्ष में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर योगेंद्र सिंह ने कहा कि दूध का डाईट में महत्व पर प्रकाश डाला तथा बताया कि किसी दिन वर्ष 1921 में श्वेत क्रांति के जनक व भारत में दुग्ध उत्पादन के जनक वर्गीज कुरियन का जन्म हुआ था। इसी अवसर पर मुख्य वक्ता डीन फैकेल्टी आर्ट्स नवीन चंद्र लोनी ने अपने वक्तव्य में कहा कि दूध और डेयरी उत्पादों के लाभों से दुनिया भर में सक्रिय रुप से इसको बढ़ावा दिया है।जिसमें डेरी एक अरब लोगों की आजीविका का समर्थन करती है।प्रमुख समाज शास्त्री मनीष कुमार वर्मा अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ ने अपने विशेष वक्तव्य में कहां की विश्व दुग्ध दिवस 2001 में खाद्य तथा कृषि संगठन द्वारा स्थापित किया गया था।प्रोफ़ेसर वर्मा ने कहा कि इस दिन का विशेष उद्देश्य डेयरी क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों पर ध्यान आकर्षित करने का अवसर प्रदान करना है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रोफेसर आलोक कुमार, वाई. पी. सिंह,डॉ. अरविंद सिरोही, डॉ.दीपेंद्र,डॉ. नेहा,डॉ. अजीत सिंह,सोनल भूषण, योगेश कुमार आदि उपस्थित रहे।