शहीद दरोगा का पार्थिव शरीर पंचतत्व में हुआ विलीन

शब्बीर अहमद सैफी
बुलंदशहर: आगरा में शहीद हुए दरोगा प्रशांत कुमार का पार्थिव शरीर गुरुवार को बुलंदशहर लाया गया। जहाँ उनके पैतृक निवास पर जिलाधिकारी व एसएसपी सहित अन्य अधिकारीयों ने पहुंचकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद दरोगा का पार्थिव शरीर छतारी पहुँचने पर परिजनों में कोहराम मच गया। शहीद दरोगा प्रशांत कुमार को श्रद्धांजलि देने आए हर किसी की आँखे नम थी। गमगीन माहौल के बीच शहीद दरोगा की अंतिम यात्रा निकली गयी।
गौरतलब है कि छतारी के मौहल्ला जनकपुरी निवासी प्रशांत कुमार यादव यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर आगरा में तैनात थे। बुधवार को खंदौली पुलिस को गांव नहरा में दो भाइयों के बीच आलू के बंटवारे को लेकर विवाद की सूचना मिली थी जिसपर पुलिस ने दिन में जाकर दोनों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया था। शाम को फिर से शिवनाथ ने फोन कर पुलिस को सूचना दी कि उसका छोटा भाई विश्वनाथ तमंचा लेकर लोगों को धमका रहा है। सूचना पर दरोगा प्रशांत, सिपाही चन्द्रसेन को लेकर गांव पहुंचे तो पता चला कि विश्वनाथ खेत पर है। दरोगा व सिपाही विश्वनाथ को तलाशते हुए खेत पर पहुंचे तो विश्वनाथ ने तमंचे से फायर कर दिया। गोली सीधे दरोगा प्रशांत कुमार के गले में लगी। गोली लगने से दरोगा प्रशांत कुमार घायल हो गए। आनन-फानन में दरोगा को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दरोगा प्रशांत कुमार के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के बाद आगरा पुलिस लाइन पहुंचा। जहाँ एडीजी राजीव कृष्ण, आइजी रेंज ए.सतीश गणेश, एसएसपी बबलू कुमार, डीएम प्रभु एन सिंह, एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी ग्रामीण सत्यजीत गुप्ता समेत अन्य अधिकारियों ने दारोगा प्रशांत कुमार को सलामी दी। इसके बाद शहीद दरोगा प्रशांत कुमार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव छतारी के लिए रवाना हुआ। शहीद प्रशांत कुमार यादव का शव छतरी में पहुंचते ही कोहराम मच गया। पत्नी और बहन का रो-रोकर हाल बेहाल है। मौके पर लोगों की भारी भीड़ भी जुटी गयी।
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, एसएसपी संतोष कुमार सिंह व अन्य अधिकारियों ने शहीद दरोगा प्रशांत कुमार के पैतृक निवास स्थान छतारी पहुंचकर पुरे राजकीय सम्मान के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि दी।