रालोद विधायक की भूमिका व पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़ा किया गुर्जर समाज ने

मुज़फ्फरनगर में रालोद MLA अनिल कुमार गुर्जर सद्भावना सभा के निशाने पर रहे। मुजफ्फरनगर के गांव रेत्ता नगला की घटना के मामले में प्रधान के जेल जाने के बाद अब गुज्जर बनाम दलित की जंग छिड़ गई। रालोद प्रवक्ता अभिषेक चौधरी ने विधायक अनिल कुमार की ट्विटर पोस्ट पर अपनी तीखी प्रतिकिर्या दी।
पहले राजस्थान और अब उत्तर प्रदेश मुज़फ्फरनगर के छपार थाना क्षेत्र के एक गाँव का मामला दलित समाज पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस प्रशाशन जल्द से जल्द संज्ञान ले कड़ी कार्यवाही करें।@dgpup @digsaharanpur @muzafarnagarpol @jayantrld @DmMuzaffarnagar pic.twitter.com/n31tThqMAT
— Anil Kumar (@AnilKumarMZN) August 19, 2022
स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा दो जातियों के मध्य वैमनस्य बढाने एवं मामले की पूरी जानकारी होने के बावजूद एक ही समाज का पक्ष लेने के आरोप लगाते हुए और पुलिस
प्रशासन द्वारा एकपक्षीय कार्यवाही के विरोध में 21 अगस्त को दोपहर 1 बजे गुर्जर सद्भावना सभा के तत्वावधान में गांव शाहदरा बांगर में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमे क्षेत्र से भारी संख्या में गुर्जर समाज के लोगों ने भाग लिया और जनप्रतिनिधि और पुलिस प्रशासन द्वारा एक तरफा कार्यवाही पर विरोध जताया ।
राजस्थान से तुलना करना बेहद गलत है,वहाँ दो लोगो की हत्या हुई है,यहाँ पर दो लोगो का झगड़ा हुआ है,एक तरफ की बात आपके आगे की,आप सम्मानित विधायक है,आपको पूरे प्रकरण की जानकारी कर ट्वीट करना चाहिए,पीड़ित सज्जन ने फोन पर पूरे समाज को माँ बहन की गालियों से नवाजा है
प्रधान ने भी गलत किया https://t.co/N71kwBmALB— अभिषेक चौधरी गुर्जर (@abhishekrld_) August 21, 2022
सभा को संबोधित करते हुए अंकुर भाटी ने कहा कि पुलिस द्वारा की गई एकतरफा कार्य वाही से गुर्जर समाज में भारी रोष है । जिसके कारण क्षेत्र के लोगों में जातीय कटुता उत्पन्न हो गई है ।
जय किसान आंदोलन के जिलाध्यक्ष वेदपाल सिंह पंवार ने बताया कि कथित पीड़ित ने पहले प्रधान शक्तिमोहन के साथ गाली गलोच करने के साथ साथ पूरे गुर्जर समाज के लिए अपशब्द कहे , जिसकी ऑडियो कापी पुलिस को दी गई। साथ ही दिनेश मेघवाल के खिलाफ तहरीर भी दी गई , परंतु पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की । जब दिनेश मेघवाल को समाज के दबाव का अनुभव हुआ और गलती का अहसास हुआ तो उसने गांव रेत्ता नगला के स्वजातीय प्रधान गजे सिंह से अपना विवाद सुलटवाने की प्रार्थना की। जिस पर गजे सिंह ने अपने घेर में दोनो पक्षों को बुलाकर मेघवाल की सहमति से दंड स्वरूप दिनेश को सजा दी। जिसमे प्रधान शक्तिमोहन और गजे सिंह दोनो सम्मिलित रहे । परंतु पुलिस ने केवल शक्तिमोहन के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए उस पर एस सी/एस टी एक्ट लगा दिया।हमारा संगठन जय किसान आंदोलन पुलिस की इस दोषपूर्ण कार्यवाही का विरोध करता है और गाली गलौच एवं अपशब्दों के लिए दिनेश मेघवाल और सजा देने में सम्मिलित रहने के कारण गजे सिंह के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करता है ।
हिंदू परिषद बजरंग दल के जिलाध्यक्ष देवराज चौहान ने आह्वान किया कि जनप्रतिनिधि द्वारा इस घटना को जातीय रूप देने के प्रयास और पुलिस द्वारा किए गए पक्षपात के खिलाफ गुर्जर समाज द्वारा एक जन जागरण अभियान चलाया जाना चाहिए और दोषियों का सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए ।
वरिष्ट सामाजिक कार्यकर्ता और हिंदु जागरण मंच के जिलाध्यक्ष नरेंद्र पंवार ने कहा कि किसी भी दशा में अपनी जाति का अपमान और उत्पीड़न सहन नहीं किया जाएगा। हिंदू जागरण मंच के माध्यम से इस पक्षपातपूर्ण कार्यवाही का विरोध करते हैं । अगर प्रशासन समय से ना जागा तो हिंदू जागरण मंच पूरी शक्ति के साथ आंदोलन में गुर्जर समाज के साथ खड़ा रहेगा ।
जोगेंद्र सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उक्त जनप्रतिनिधि द्वारा पूर्व में भी कई लोगों को एस सी/एस टी एक्ट में फंसाया जा चुका है । ऐसे लोगों का सामाजिक ही नही राजनीतिक बहिष्कार भी जरूरी है ।
सभा को संबोधित करते हुए सभाध्यक्ष तिलकराम ने घोषणा की कि आज की सभा में उपस्थित गुर्जर समाज का चुना हुए प्रतिनिधि मंडल अपनी उपरोक्त मांगो को लेकर पुलिस प्रशासन से मिलेगा और दिनेश मेघवाल और गजे सिंह पर उचित धाराओं में कार्यवाही करते हुए शक्ति मोहन पर से एस सी/एस टी एक्ट हटाए जाने की मांग करेगा । यदि प्रशासन गुर्जर समाज की मांगों पर तीन दिन के अंदर उचित कार्यवाही नही करता तो गुर्जर समाज गांव ताजपुर में महापंचायत का आयोजन करेगा और भावी संघर्ष की रूपरेखा का निर्माण करेगा ।
सभा में राजकुमार , मोहित एडवोकेट ,अक्षय , मिंटू , अंकित नागर , बालेंद्र सिंह , डॉ सतीश , मनोज कुमार , अनुज कुमार टीटू , बिनोद नेताजी , नीटू प्रधान , अरविंद प्रधान आदि ने भी अपने विचार रखे ।