’सतत विकास लक्ष्य एवं उनका स्थानीयकरण’ विषय पर दिया प्रशिक्षण

पंचायती राज विभाग ने जनपद के सभी ब्लाॅकों के लिए आयोजित किया था कार्यक्रम
-बीडीओ, एडीओ पंचायत, वीडीओ व बीडीसी सदस्यों को नो थीमों पर कार्य करने के लिए किया सचेत
-राज्यस्तरीय प्रशिक्षकों ने दिये सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के गुर
-सहारनपुर मंडल में 7 नवम्बर से शुरू हुआ था दो-दो दिन का प्रशिक्षण
मुजफ्फरनगर। पंचायती राज विभाग द्वारा बीडीओ, एडीओ पंचायत, वीडीओ व सभी ब्लाॅकों के क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उनके कर्तव्यों व अधिकारों के प्रति सजग करने के दो-दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराया गया, जिसमें राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा बीडीसी सदस्यों को न केवल उनके अधिकारों की जानकारी दी गयी, बल्कि अपने क्षेत्र पंचायत को कैसे मजबूत किया जा सकता है, इसके बारे में भी विस्तार से बताया गया।
सहारनपुर मंडल के उपनिदेशक हरिकेश बहादुर के नेतृत्व व डीपीआरसी शामली के वरिष्ठ फैकल्टी युगांतर धामा के समन्वय में सहारनपुर मंडल के सभी बीडीओ, एडीओ पंचायत, वीडीओ व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम 7 नवंबर से आरंभ हुए थे, जिसमें सहारनपुर शामली और मुजफ्फरनगर के सभी खंड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत, ग्राम विकास अधिकारी और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु पंचायत में होने वाली गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान राज्य स्तरीय प्रशिक्षक प्रमोद चैधरी, शीजा खानम, पिंकी शर्मा एवम सुभाष चंद्र उपाध्याय द्वारा प्रशिक्षण नए वित्तीय वर्ष में गरीबी मुक्त व आजीविका युक्त गांव, स्वस्थ्य गांव, बाल हितैषी गांव, महिला हितेषी गांव, पर्याप्त जल युक्त गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन वाला गांव, तथा बेहतर ढांचा युक्त गांव को विकसित करने के लिए ही ग्राम आदि विषयों के बारे में प्रशिणार्थियों को विस्तार से बताया गया। इस दौरान यह भी जानकारी दी गयी कि अब ब्लाक व जिला स्तर पर ही कार्य योजना का निर्माण होगा। अपने ब्लाॅक पर अपने लिए कार्य योजना बनाकर अपने गांवों को विकसित किया जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उनके कर्तव्यों के बारे में भी बताया गया कि वह किस तरह से अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए अपने क्षेत्र का विकास करा सकते हैं।
प्रशिक्षणार्थियों को बताया कि नौ विषयों पर कार्य करते हुए कोई भी पंचायत माॅडल पंचायत की श्रेणी में आ सकती है। सतत विकास लक्ष्य एवं उनके स्थानीयकरण में आने वाली नौ थीमों पर कार्य किया जाये और अपनी पंचायत को माॅडल पंचायत बनायी जाये। प्रशिक्षण के दौरान राज्य तथा केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाएं की भी जानकारियां दी गई।
डीपीआरसी शामली के वरिष्ठ फैकेल्टी युगान्तर धामा ने बताया कि इस ट्रेनिंग का उद्देष्य क्षेत्र पंचायत के सदस्यों को उनकी भूमिका की जानकारी कराते हुए अपने क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में पंचायत राज मंत्रालय द्वारा सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के लिए नौ थीमों पर आधारित कार्यों एवं उनसे संबन्धित गतिविधियों को सुनिश्चित कर सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति की दिशा में अपना योगदान सुनिश्चित कराने के लिए जागरूक करना था। कार्यक्रम में जिला पंचायत राज अधिकारी, अरूण शर्मा, सुशील शर्मा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।