उर्दू अदब को झटका, नही रहे प्रो. मौला बख्श- UDO ने शोक जताया

उर्दू डेवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन मुजफ्फरनगर के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उर्दू विभाग के प्रोफेसर मौलाबख्श के निधन पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया है।
यू०डी०ओ० जिला अध्यक्ष कलीम त्यागी ने कहा कि प्रो० मौलाबख्श पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने आज सुबह 7.30 बजे अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरे उर्दू जगत में शोक की लहर दौड़ गई। उन्होंने कहा कि प्रो० मौलाबख्श बहुत प्रतिभाशाली, योग्य और बुद्धिमान व्यक्ति थे। अपने अच्छे स्वभाव के कारण वह बहुत कम समय में लोकप्रिय हो गए थे। वो अलीगढ़ में उर्दू डेवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के संरक्षक रहे। उनके निधन से उर्दू भाषा और उर्दू प्रेमियों को बडी क्षति हुई है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती। कलीम त्यागी ने कहा कि प्रोफेसर पिछले एक साल से एक किताब लिख रहे थे जो 2500 पृष्ठों पर आधारित थी और अंतिम चरण में था। उर्दू आलोचना पर लिखी गई यह पुस्तक, जब भी प्रकाशित होगी तो निश्चित रूप से उर्दू साहित्य में एक मील का पत्थर साबित होगी।
उर्दू डेवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के संरक्षक डॉ० शमीमुलहसन, संयोजक तहसीन अली, उपाध्यक्ष मौलाना मूसा कासमी, कोषाध्यक्ष बदर खान, सचिव शमीम कस्सार, हाजी औसाफ़ अहमद, कारी सलीम मेहरबान, डॉ० सलीम सलमानी, उर्दू टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष रईसउददीन राणा, जिला अध्यक्ष शराफत अली, महासचिव शहजाद अली, मास्टर शोएब अहमद और अन्य ने उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।