अंर्तराष्ट्रीय कवि सम्मेलन में हुआ ‘मुझे उड़ने दो’ का विमोचन
मेरठ के आईटीआई साकेत में आयोजित हुए अंर्तराष्ट्रीय कवि सम्मेलन में ऑनर किलिंग जैसे ज्वलंत मुद्दे पर लिखे गए उपन्यास ‘मुझे उड़ने दो’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम मनोहर ग्रुप ऑफ कंपनीज एंड इंस्टीट्यूशंस लखनऊ उप्र की ओर से कराया गया था, जिसमें ‘मां सरस्वती ज्ञानपीठ पुरस्कार-2022’ से श्रेष्ठ साहित्यकारों को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। इसके अलावा चार लेखकों की पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
मनोहर ग्रुप ऑफ कंपनीज एंड इंस्टीट्यूशंस लखनऊ उप्र की ओर से रविवार को साकेत स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में मां सरस्वती ज्ञानपीठ पुरस्कार-2022 का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें संपूर्ण भारत से चयनित श्रेष्ठ साहित्यकारों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पांच पुस्तकों का विमोचन किया गया। मेरठ के वरिष्ठ पत्रकार लियाकत मंसूरी द्वारा ऑनर किलिंग जैसे मुद्दे पर लिखे गए उपन्यास ‘मुझे उड़ने दो’ का विमोचन साहित्यकारों व कवियों के बीच हुआ। इसके अलावा लेखक आशुतोष की किताब शब्द चिंतन, सपना सीपी साहू स्वप्निल की पर्वोत्कर्ष, माला सिंह-महेश प्रसाद शर्मा की साक्षा हिंदी काव्य-संग्रह पुस्तक मानवीय मूल्यों की माला एवं उषा भिड़वारिया सरगम की पुस्तक मां तुझे सलाम का भी विमोचन किया गया।कार्यक्रम के आयोजक मनोरंजन कुमार श्रीवास्तव रहें। विशिष्ठ अतिथिगणों में सरबजीत कपूर, प्रभात राय, सुदेश जख्मी दिव्य, डा. किरण सिंह, राम गोपाल भारतीय, देव कुमार, रजनीश त्यागी, डा. राजीव गुप्ता, दिनकर स्वरूप, मौजूद रहें। भव्य कवि सम्मेलन में सीमा गर्ग मंजरी, साजिद अली सतरंगी, गोपाल सिंह वर्मन, तरूण रस्तोगी, रामकुमारी, डा. शोभा रतूड़ी, विष्णु अवतार रूहेला, सरिता सिंह, सुधा शर्मा, सरोज दुबे, नीलम मिश्रा तरंग, मनमोहन भल्ला आदि कवी मौजूद रहें।
लेखक का परिचय
पिछले दो दशक से पत्रकारिता के क्षेत्र में नाम कमा रहे लियाकत मंसूरी को वर्ष 2021 में मेरठ में दैनिक भास्कर का ब्यूरो चीफ बनाया गया था। लियाकत मंसूरी ने 2004 में ग्रामीण क्षेत्र से पत्रकारिता की शुरूआत की थी। शुरूआत में वे दैनिक जागरण से जुड़े। इसके बाद पंजाब केसरी में भी कुछ समय तक पत्रकारिता की। लियाकत मंसूरी ने मेरठ शहर में शाह टाइम्स से पत्रकारिता में अपना कैरियर शुरू किया। शाह टाइम्स में दो साल तक कार्य करने के बाद दैनिक प्रभात में पत्रकारिता के शिखर पर पहुंचकर अपनी पहचान बनाई। इसके बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। नेशनल दुनिया, न्यूज़ फर्स्ट टुडे, दैनिक लोकसत्य सहित कई प्रमुख अखबारों में उन्होंने काम किया। कई एक्सक्लुसिव स्टोरी नेशनल लेबल पर छाई जिससे मेरठ का नाम ऊंचा हुआ।