10 K की रिश्वत ले रहा था UP पुलिस का SI, एंटीकरप्शन टीम ने किया गिरफ्तार

मुज़फ्फरनगर । सरकारी विभागों में व्याप्त भृष्टाचार आमजन के लिये तो मुसीबत है ही साथ ही रिश्वत के मामले शासन प्रशासन किरकिरी कराने के लिये काफी हैं। भोपा क्षेत्र में रिश्वत लेते दरोगा को एंटीकरप्शन टीम ने रंगे हाथों धरा है।भोपा थाना क्षेत्र के गंग नहर पटरी पर एंटीकरप्शन टीम ने अभियान चलाते हुए थाने पर तैनात दरोगा को एक व्यक्ति से दस हज़ार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव कादीपुर में बीते 13 दिसम्बर को मारपीट व फायरिंग करने को लेकर आरोपी विनीत के खिलाफ थाने पर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसकी जांच दरोगा सुभाषचन्द द्वारा की जा रही थी। इसी मामले में आरोपी विनीत से उसकी सहायता करने के नाम पर रिश्वत मांगी जा रही थी। विनीत के एक रिश्तेदार द्वारा मामले की सूचना एंटीकरप्शन विभाग को दी गयी। मंगलवार की दोपहर जब आरोपी दरोगा कादीपुर गांव के निकट गंग नहर पटरी पर नियत स्थान पर रिश्वत की रकम लेने गया तो एंटीकरप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।दरोगा सुभाषचन्द हापुड़ निवासी हैं ।1997 में वह उत्तरप्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे वही बीते वर्ष 10 अक्तूबर से वह भोपा थाने पर तैनात हैं। आरोपी दरोगा के खिलाफ जनपद के थाना सिविल लाइन में FIR दर्ज हुई हैं।
पुलिस का बयान….
एंटी करप्शन विभाग सहारनपुर के इंस्पेक्टर सुभाष कुमार ने बताया कि हिमांशु राठी पुत्र जगेश सिंह निवासी वाजिदपुर कवाली थाना जानसठ ने शिकायत की थी कि उसके भांजे विनीत कुमार पुत्र वीर सिंह निवासी कादीपुर थाना भोपा के विरुद्ध दिसंबर में जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। आरोप लगाया था कि उक्त मामले की विवेचना में थाना भोपा में तैनात दारोगा सुभाष चंद जानलेवा हमले की धारा काटने के एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा है।शिकायत पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन विभाग सहारनपुर की ट्रेप टीम ने जाल बिछाया। जिसके बाद मंगलवार को थाना क्षेत्र भोपा की गंगनहर पुल के पास से दारोगा सुभाष चंद को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया गया। उन्होंंने बताया कि आरोपित दारोगा के विरुद्ध थाना सिविल लाइन में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा-7/13 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।