UDO ने किया मेधावी बच्चों का काउंसलिंग और सम्मान समारोह आयोजित

UP के मुजफ्फरनगर मे उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के तत्वावधान में होनहार छात्र-छात्राओं के एक सम्मान समारोह का आयोजन योगेंद्रपुरी में शहजाद अली त्यागी के निवास स्थान पर किया गया। इस समारोह में उन बच्चों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस वर्ष हाई स्कूल और इंटरमीडिएट में उत्कृष्ट अंक प्राप्त कर सफलता हासिल की। इन बच्चों का माला पहनाकर स्वागत किया गया और उन्हें ट्रॉफी प्रदान की गई। साथ ही उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।इस अवसर पर डॉ. शमीम उल हसन ने कहा कि मैं इन होनहार छात्र-छात्राओं को दिल की गहराइयों से बधाई देता हूं और उनके लिए दुआ करता हूं। उन्होंने बच्चों से कहा कि कठिन परिश्रम कर उच्च शिक्षा प्राप्त करें, उच्च चरित्र और उत्कृष्ट नैतिकता का उदाहरण बनकर देश, समाज और अपने माता-पिता का नाम रोशन करें। साथ ही, अपने धर्म का पालन करें, क्योंकि धर्म का हमारे जीवन में होना बहुत आवश्यक है।
उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के जिला अध्यक्ष कलीम त्यागी ने कहा कि एक अच्छा इंसान बनने के लिए अच्छे अख़लाक़ और चरित्र का होना बहुत जरूरी है। उन्होंने बच्चों को बधाई देते हुए कहा कि अपना लक्ष्य अभी से निर्धारित कर लें और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दिन-रात मेहनत कर ऊंचाइयों और सफलता को हासिल करें। लेकिन साथ ही अपनी सेहत और तंदुरुस्ती का बहुत ध्यान रखें, क्योंकि एक स्वस्थ और सशक्त शरीर ही उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने बच्चों को मोबाइल से दूरी बनाने की सलाह दी। मोबाइल बच्चों के भविष्य और उनकी सेहत को लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही, उन्होंने बच्चों से कहा कि अपनी शिक्षा के साथ-साथ उर्दू भाषा को न भूलें, क्योंकि उर्दू हमारी संस्कृति और मातृभाषा है। इसलिए हर बच्चे को उर्दू लिपि से परिचित होना चाहिए ताकि वह एक सुसंस्कृत और सभ्य इंसान बनकर समाज में जाए।
शहजाद त्यागी ने बच्चों को नसीहत देते हुए कहा कि आप सफलता और ऊंचाइयों की कितनी भी ऊंची मंजिलों पर पहुंच जाएं, लेकिन अपने माता-पिता, भाई-बहन और परिवार को कभी कमतर न समझें। उनकी कद्र, उनका आदर और सम्मान करना अत्यंत आवश्यक है। यदि बच्चों ने ऐसा नहीं किया, तो उनकी शिक्षा, उनकी सफलता और उनका धन किसी काम का नहीं है। समाज में वही व्यक्ति सफल और सम्मानित होता है, जिसने अपने बड़ों और बुजुर्गों की कद्र और इज्जत की। लड़कियां शादी के बाद जब ससुराल में बहू बनकर जाएं, तो अपने उच्च नैतिकता और चरित्र का उदाहरण प्रस्तुत करें।
समारोह में रिदा नूर, आयजा हसन, आयनल हसन, शिफा शमीम, अफीफा रानी, अहनफ फराज, अली रिहान, अब्दुल्लाह सलीम, अरहान त्यागी और साजिद खान के बेटे को ट्रॉफी प्रदान की गई।इसके अलावा, संगठन के सभी जिम्मेदार व्यक्तियों, जिनमें डॉ. फर्रुख हसन, तहसीन अली असारवी, हाजी सलामत राही, बदरुज्जमां खान, असद फारुकी, इशरत त्यागी, कारी तौहीद, गुलफाम अहमद, शमीम कस्सार, नदीम मलिक, मोहम्मद इकरार त्यागी, सलीम त्यागी शामिल रहे।