BJP MLA पर हमले के मामले में संगीन धाराओं में हुई FIR, 9 नामजद व कई अज्ञात

मुजफ्फरनगर के सिसौली में भाजपा MLA उमेश मलिक पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने कडा कदम उठाया है। देर रात भौराकला थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में नौ लोगों को नामजद कराया गया है।
कस्बा सिसौली निवासी भाजपा नेता ओमिन्द्र पुत्र पवन ने बताया कि कस्बा निवासी रविंद्र बंजी के आवास पर जन कल्याण समिति के स्थापना दिवस का कार्यक्रम चल रहा था। दोपहर 3 बजे सिसौली निवासी गौतम पुत्र ओमपाल, संदीप उर्फ हजारी पुत्र ओमपाल, संजीव पुत्र पिटारा, मनोज पुत्र पिटारा, रकमपाल पुत्र लहरी, अनंगपाल पुत्र जगमेहर, शरणवीर पुत्र बारू, सौबीर पुत्रा चरणसिंह व गौरव पुत्र अमरपाल आदि लोग हाथों में तमंचे, तलवारें लेकर रविंद्र बंजी के घेर में घुस गए और यहां पीएम व सीएम के साथ मिनिस्टर संजीव बालियान MLA उमेश मलिक को गालिया देने लगे। यहां मौजूद सहदेव, ओमिंद्र व रविंद्र ने रोकने का प्रयास किया, तो इन लोगों ने एक राय होकर हमला कर दिया, जिसमें तीनों लोग घायल हो गए। इस बीच हमलावरों से बचकर MLA उमेश मलिक निकले तो इन लोगों ने गाडी में बैठे MLA पर काला पेंट डालकर हथियारों से गाडी के शीशे तोड दिए व देश विरोधी नारे लगाते हुए कार में तोड़फोड की। इस घटना में MLA उमेश मलिक के गनर कपिल व रविंद्र बंजी को भी चोटें आई हैं। पुलिस ने यह मुकदमा संगीन धाराओं में दर्ज कर लिया है।
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टिकैत ने ललकारा: दम है तो गिरफ्तारी करके दिखाए
MLA उमेश मलिक पर हुए हमले के बाद भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत अपना कार्यक्रम छोड़कर वापस सिसौली पहुंचे गए। यहां उन्होंने आपातकालीन किसान पंचायत का संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अडियल रवैये व खराब व्यवहार के चलते भाजपा नेता के साथ इस प्रकार की घटना हुई है। किसानों ने MLA की गाडी पर काला तेल फेंका यह किसानों का विरोध है। लोक तंत्र में इतना विरोध् चलता है। यदि किसानों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तारी करने का प्रयास किया गया, तो सबसे पहले नरेश टिकैत को गिरफ्तार करना होगा। यदि किसी में दम है, तो वह गिरफ्तारी करके दिखाए। इनका कहना था कि किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहा है। सरकार सुध लेने को तैयार नहीं है। इसके बावजूद भी छोटी-मोटी घटना को लेकर पुलिस एकदम सत्ता के दबाव में एक्टिव हो रही है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चोर की तरह नहीं, बता के आएं
नरेश टिकैत ने पंचायत में कहा कि यदि किसी भाजपा नेता को गांव में आना है, तो वह चोरों की तरह न आए, बल्कि बता के आए। पहले ही इस बात का ऐलान हो चुका था, आगे भी गांवों में एंट्री नहीं मिलेगी। उन्होंने साफ कहा कि किसान गुस्से में हैं, कुछ भी हो सकता है।