मीट विक्रेता ने हिन्दू धर्म की भावनाओं को किया आहत,जागरण मंच ने किया थाने का घेराव

कहीं जुगनुओं से आग न लग जाये..!
(काज़ी अमजद अली)
मुज़फ्फरनगर के ककरौली क्षेत्र में अराजक तत्वों द्वारा शांति भंग करने की साजिश के तहत मीट विक्रेता ने अपनी दुकान पर देवी देवताओं के अंकित हुए भगवा वस्त्र का प्रयोग कर हिन्दू धर्म की आस्था पर प्रहार करते हुए धार्मिक भावनाओं को आहत किये जाने से क्षेत्र में रोष व्याप्त हो गया है।ककरौली थाने पर पहुंचे हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने थाने पर नारेबाजी कर थाने का घेराव किया तथा दोषी व्यक्तियों पर तुरन्त कडी कार्रवाई करने की मांग करते हुए धरना दिया।
मुज़फ्फरनगर के ककरौली थाने पर पहुंचे हिन्दू जागरण मंच के जिला महामंत्री अंकुर राणा ने बताया कि थाना ककरौली क्षेत्र के ग्राम खुजेडा में विधर्मी व्यक्ति ने मीट की दुकान कर रखी है। जहां उसने हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीर लगा रखी है तथा हिन्दू देवी देवताओं वाले भगवा वस्त्र का प्रयोग किया जा रहा है। विधर्मी की दुकान पर किये जा रहे इस कृत्य में किसी जिहादी संगठन का हाथ है, जो क्षेत्र में हिन्दुओं की भावनाओं को भडका कर क्षेत्र में अशान्ति फैलाने का प्रयास कर रहा है। पूर्व में भी ग्राम चौरावाला में स्थित मन्दिर में देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया गया है। हिन्दू जागरण मंच हिन्दुओं के सम्मान और आस्था पर की गयी चोट को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। विधर्मी व्यक्ति तथा इस साजिश में शामिल तत्वों पर शीघ्र कडी कार्रवाई होनी चाहिए। इस दौरान मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष राकेश शर्मा, बेटी बचाओ आयाम जिलाध्यक्ष कमलदीप गंगवाल, सह संयोजक वीरेन्द्र त्यागी, युवा वाहिनी नगर अध्यक्ष रंजीत शर्मा, उमेश राणा आदि उपस्थित रहे।
इलाके में सुलग रही चिंगारी, कहीं आग न लग जाए-
ककरौली थाना क्षेत्र में हाल ही में घटी घटनाओं ने कुछ विपरीत संकेत दिये हैं। खुजेडा गांव में मीट की दुकान पर धार्मिक भगवा वस्त्र के प्रयोग से किसी बडे षडयन्त्र की आशंका जाहिर होती है। चौरावाला में मन्दिर में रखी मूर्तियों को खंडित करना ककरौली में युवती के अपहरण के बाद सप्ताह भर चले जातीय तनाव तथा बेहडा सादात, खाईखेडा में घटी घटनाएं व पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई अराजक तत्वों को लगातार बढावा दे रही है। चुनावी तैयारियों में जुटे राजनीतिक दल कब घटना को दूसरा रूप देकर क्षेत्र की शांति में पलीता लगा दें। इससे पहले प्रशासन को ककरौली क्षेत्र की घटनाओं पर संज्ञान लेना होगा।