210बी पर फिर गरजा कैंटबोर्ड का ‘पीला पंजा’

–सीईओ के निर्देशन में कैंट में हुई पहली बड़ी कार्रवाई
मेरठ। छावनी परिषद के सीईओ ने भूमाफिया के विरूद्ध गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। कैंट क्षेत्र की रक्षा भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करके सीईओ ने संदेश दे दिया है। बंगला नंबर 210 बी पर अवैध रूप से चल रही पार्किंग को उखाड़ फेंका। बड़े-बड़े होडिंग बुलडोजर चलाकर तोड़ दिए गए। सीईओ ने रक्षा भूमि को कब्जा मुक्त करा दिया।
छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी नावेंद्र नाथ ने बताया कि पिछले कई महीनों से भू माफियाओं द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा कर अवैध रूप से पार्किंग चलाई जा रही थी। यह पार्किंग संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारी के इशारे पर चल रही थी। जिसकी बार-बार शिकायत उनको मिल रही थी। गुरुवार तड़के उनके निर्दश पर सफाई अधीक्षक वीके त्यागी के नेतृत्व में इंस्पेक्टर अभिषेक गंगवार, योगेश यादव, राजस्व अधिकारी रितेश व रवि के अलावा दर्जनोंं कर्मचारी बुलडोजरों के साथ बंगला नम्बर 210 पर पहुंचे। छावनी टीम को देखकर बराबर में बन रहे नव निर्मित कॉम्प्लेक्स मालिक की भी सांस अटक गई। रक्षा भूमि को कब्जे में लेने की कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने जेसीबी व बुलडोजर से बडेÞ गढ्ढे बना डाले, ताकि दोबारा कोई वाहन आदि कब्जे की नीयत से खडेÞ न कर पायें।
कैंट में चल रही अवैध डेयरियां, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं?
लोगों का कहना है कि सीईओ के दौरान कैंट में पहली बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है हालांकि, कुछ का कहना है कि सदर धर्मपुरी, लालकुर्ती, मैदा मोहल्ला व जामुन मोहल्ला में एमईएस से सटे हजारों गज भूमि पर भू माफियाया अवैध कब्जा कर डेयरियां चला रहे है जबकि, हाईकोर्ट ने सख्त आदेश दे रखा है कि डेयरियां शहरों से बहार की जाए।
210बी की भूमि खाली कराने के दौरान हुई थी चार मौत
गौरतलब है कि पूर्व में कैंट बोर्ड ने बंगला-210बी की इस भूमि पर बने अवैध चार मंजिला व्यापारिक कॉम्प्लेक्स का ध्वस्तीकरण किया था। उक्त भूमि को कब्जा मुक्त कराकर नोटिस बोर्ड लगा दिये गए थे। बोर्ड की इस कार्रवाई के दौरान चार लोगों की भी दबकर मौत हो गई थी। जिसमें सीईओ सहित कई अधिकारियों के विरूद्ध एफआईआर भी दर्ज हुई थी। छावनी परिषद को मृतकों के परिजनों को भारी मुआवजा देना पड़ा था।