अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकी अनुप्रयोग कार्यशाला का हुआ समापन

अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकी अनुप्रयोग कार्यशाला का हुआ समापन
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के शारीरिक शिक्षा विभाग मे अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकी अनुप्रयोग के विषय पर चल रही तीन दिवसीय तृतीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन हो गया। राष्ट्रीय कार्यशाला के अंतिम दिन का शुभारंभ शारीरिक शिक्षा विभाग की अकादमिक समन्वयक डॉ. मंजू अधिकारी एवं शिक्षा संकाय की सहायक प्रोफेसर डॉ विभालक्ष्मी द्वारा किया गया।
डॉ. मंजू अधिकारी एवं डॉ. विभालक्ष्मी ने सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, प्रति कुलपति डॉ. अभय शंकर गौड़ा, मुख्य वक्ता डॉ. राजीव चैधरी, डॉ. बरखा भारद्वाज, शिक्षा संकाय के डीन डॉ. संदीप कुमार एवं शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. अनोज राज एवं सभी उपस्थित गणमान्य विद्वानों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। कुलपति डा. जीके थापलियाल ने कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु शारीरिक शिक्षा विभाग के संकाय अध्यक्ष डॉ संदीप कुमार को बधाई दी। शिक्षा संकाय के डीन प्रोफेसर डॉक्टर संदीप कुमार ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से विद्यार्थियों को अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकी अनुप्रयोग के प्रति जागरूकता प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय कार्यशाला के अंतर्गत अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकीय के अनुप्रयोगों के विषयों के बारे में संक्षेप में बताया गया। प्रोफेसर डॉ. राजीव ने अनुसंधान पद्धति और सांख्यिकी अनुप्रयोग प्रकरण में तीन दिवसीय तृतीय राष्ट्रीय कार्यशाला सीरीज के प्रथम दिन में अनुसंधान और अनुप्रयुक्त सांख्यिकी की मूल अवधारणा एवं एवं अनुसंधान के वर्गीकरण के विषय में चर्चा की। इसी श्रंखला के द्वितीय दिवस में सांख्यिकी की पैरामेट्रिक एवं नॉनपैरामेट्रिक तकनीक के विषय में विस्तार से बताया। इसके साथ ही प्रोफेसर डॉक्टर राजीव चैधरी ने अनुसंधान प्रस्ताव एवं लघु शोध कार्य की रूपरेखा के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया। कार्यशाला के अंतिम दिवस में प्रात: काल सत्र में सामान्यता का परीक्षण के विषय में एवं एनोवा के अनुप्रयोग के विषय में विस्तृत से अवगत कराया एवं कठिन से कठिन विषय को साधारण शब्दों में समझाने का प्रयास किया। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।