शौरम पहुंचे छोटे चौधरी ने भाजपा को निशाने पर रखा, पीड़ित परिवारों से मिले अजित सिंह

मुजफ्फरनगर में शाहपुर क्षेत्र के ऐतिहासिक गांव सौरम में एक बार फिर राष्ट्रीय नेताओं का जमावडा लगा। BKU सुप्रीमो नरेश टिकैत यहां पहुंचे। तो रालोद अध्यक्ष अजित सिंह ने सभा को संबोधित किया। गत दिवस केन्द्रीय मंत्री डाॅ. संजीव बालियान के काफिले व किसानों के बीच हुए टकराव के बाद चोटिल किसानों का दुख-दर्द जानने आये रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने कहा कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को भाजपा नेता जाट आंदोलन बताकर किसानों को बांटने का काम कर रहे है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है, पूरे देश का किसान एकजुट है, जिस तरह सौरम में किसानों पर हमला किया गया, यह बर्दाश्त नहीं होगा। दोषियों के खिलाफ कडी कार्यवाही होनी चाहिए। छोटे चौधरी अजित सिंह सबसे पहले उन परिवारों से मिले, जिन घरोें में घुसकर मारपीट की गई थी। महिलाओं ने रोते-बिलखते आपबीती सुनाई। इनका कहना था कि उनके घरों में घुसकर लोगों को बाहर निकाल-निकालकर पीटा गया। छोटे चौधरी ने कहा कि वे हर सुख-दुख में किसान के साथ है, उन्होंने कहा कि गांव में दंगाई आये और मारपीट करके चले गये। यह दुखद घटना है। उन्होंने प्रधनमंत्राी नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साध। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधनमंत्राी स्व. चौधरी चरण सिंह ने कानून बनाया था, जो चीनी मिल किसानों का गन्ने का भुगतान नहीं करेगी, वे मिलें सरकार के पक्ष में जब्त कर ली जायेगी, लेकिन पीएम मोदी ने इस कानून को खत्म कर दिया। अब सरकार किसानों को अनपढ बता रही है, तो कहीं-कहीं इन्हें आतंकवादी व खालिस्तानी का नाम दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि यह किसान कानून अच्छे होते, तो 70 साल पहले देश में आ गये होते। उन्होंने कहा कि आज देश में स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू नहीं हो पा रही है, किसानों की आय दोगुना करने की बात कही गयी थी, लेकिन यह तो आधी होकर रह गयी है। पंचायत में रालोद जिलाध्यक्ष अजित राठी, पूर्व राज्यमंत्री योगराज सिंह, पूर्व विधायक राजपाल बालियान, अनुज बालियान, किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम मौहम्मद जौला, कंवरपाल सिंह, तिसंग बावना मंच के अध्यक्ष उधम सिंह, कृष्णपाल राठी, जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन तरसपाल मलिक, रमा नागर, भीष्म , अशोक बालियान, तनवीर अहमद, सत्यवीर सिंह आदि ने भी विचार रखे।
26 फरवरी की पंचायत स्थगित करने का ऐलान
सौरम में जानलेवा हमले के मामले में गत दिवस शाहपुर थाने पर हुई पंचायत में ऐलान किया गया था कि इस मामले में हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 26 फरवरी को सौरम में बडी पंचायत होगी। यहां चौधरी अजित सिंह से हुई वार्ता के बाद फिलहाल इस पंचायत को स्थगित कर दिया गया है। पंचायत टलने से जिला प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।