मां तूझे सलाम, तू मस्तक पर विराजे यही ही मेरी शान: प्रो. संगीता शुक्ला

–सीसीएसयू में हुआ कार्यक्रम, कबूतर उडाकर दिया शांति का संदेश
मेरठ। मां तूझे सलाम, तू मस्तक पर विराजे यही है मेरी शान। तिरंगा मिले कफन में मुझे यही उपहार होगा तेरा। हर जीवन तेरे आंचल में खिले यही अरमान होगा तेरा। यह बात गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम के दौरान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कविता के माध्यम से कही।
उन्होंने कहा कि मजबूत गणतंत्र में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ज्ञान का दान विश्वविद्यालय करता है इससे समाज की स्थापना होती है और समाज देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाता है। हम डिजिटलाइजेशन की तरफ आगे बढ़ते जा रहे हैं। भारत देश हमारा है, विकास की ओर युवा छात्र बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। वो एक टैक्नोलॉजी बेस काम कर रहे हैं। टैक्नोलॉजी में हमारा विश्वविद्यालय प्रदेश और देश को बहुत आगे ले जाएगा। उन्होंने कविता के माध्यम से कहा कि युवा बने तेजस्वी, उनकी शक्ति बने कल्याणी। चिंतन विद्या से दूषित हो विनम्रशील हो वाणी। शेष गुणों से हो उनका जीवन संपूर्ण। अपनी संस्कृति की गरिमा से ही व्यक्तित्व बढ़ा हो। इससे पहले कुलपति प्रो. संगीता शुक्ता ने सभी महापुरूषों की मूर्ति पर माल्यापर्ण किया। इसके बाद सेंट्रल लाइब्रेरी पर ध्वजारोहण किया। कबूतर उड़ाकर शांति का संदेश दिया। इस दौरान प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र वर्मा, वित्त अधिकारी सुशील कुमार गुप्ता, प्रो. विध्नेश त्यागी, प्रो. बीरपाल सिंह, प्रो. भूपेंद्र सिंह, प्रो. मृदुल गुप्ता, प्रो. बिन्दु शर्मा, प्रो. नीलू जैन गुप्ता, प्रो. प्रदीप चौधरी, डॉ. जमाल अहमद सिद्दीकी, प्रो. योगेंद्र सिंह, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहें।