थाने से चंद कदम दूर हुई डकैती का राजफाश, चार गिरफ्तार

-दो व्यापारियों के यहा हुई डकैती मे गई थे मात्र सात सौ रूपये, व्यापारियो ने बोला झूठ
-आरोपियो ने मेरठ, बागपत, हरिद्वार व मुजफ्फरनगर मे 13 लूट-डकैती की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकारी
मुजफ्फरनगर। मीरापुर पुलिस ने करीब बीस दिन पूर्व थाने के निकट दो व्यापारियों के यहाँ हुई डकैती का खुलासा करते हुए अन्तर्राज्यीय डकैती गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को बदमाशों के कब्जे से चार तमंचे व चार जिंदा व तीन खोखा कारतूस तथा चार हजार रूपये की नकदी मिली है। पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि लाखों की डकैती बताने वाले एक व्यापारी के यहाँ मात्र सात सौ रुपये की नकदी मिली थी, जबकि दूसरे के यहां कुछ भी नही मिला था। मीरापुर थाने में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार के देर रात्रि मीरापुर की भूड़ बस्ती निवासी बशीर के यहां कुछ बदमाशों ने लूट का प्रयास किया था जिसकी सूचना पर मीरापुर पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी कर ली तथा इस दौरान बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके चार बदमाश साथी मौके से फरार हो गए। पकड़े गए बदमाशों से जब पूछताछ की गई तो वह अन्तर्राज्यीय डकैत निकले तथा पकड़े गए बदमाशों ने करीब एक माह पूर्व 27 फरवरी की रात्रि में मीरापुर थाने के समीप कपड़ा व्यापारी शाहनजर व सब्जी व्यापारी युनुस के यहां हुई डकैती की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकारी। इसके अलावा बदमाशों ने मेरठ, बागपत, हरिद्वार व मुजफ्फरनगर जनपद में कुल 13 लूट-डकैती की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने अपने नाम जाहिद उर्फ लंबू पुत्र नफीस निवासी निरपुडा थाना दोघट जिला बागपत व हाल निवासी लक्सर जिला हरिद्वार, आसिफ पुत्र हासिम निवासी केतीपुरा बागपत, शाहबाज पुत्र दिलशाद निवासी इंचैली व राशिद पुत्र तैय्यब निवासी गांव नानू जिला मेरठ बताया बदमाशों में पुलिस के समक्ष हैरतअंगेज खुलासा करते हुए बताया कि मीरापुर थाने के समीप जिन दो व्यापारियों ने अपने यहाँ लाखों की डकैती होना बताते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। उनमें से मात्र एक व्यापारी शाहनजर के घर डकैती के दौरान केवल सात सौ रुपये मिले थे तथा दूसरे व्यापारी युनुस के घर कुछ भी नहीं मिला था। गिरोह के सरगना जाहिद ने पुलिस को बताया कि शाहनजर के घर एक जोड़ी कानों की बाली भी मिली थी, किन्तु महिला के रोने पर वे उन बालियों को भी वापिस दे गए थे। पुलिस को बदमाशों के कब्जे से मीरापुर की घटना में लूटी गई रकम समेत अन्य डकैतियों में लूटी गई रकम में से 4000 रुपये की नकदी व मेरठ के भावनपुर में डाली गई डकैती में लूटा गया एक बिना बैटरी का सैमसंग कम्पनी का मोबाइल तथा चार तमंचे 315 बोर, चार जिंदा व तीन खोखा कारतूस बरामद हुए। एसपी देहात ने बताया कि एसएसपी द्वारा बदमाशों को पकड़ने वाली टीम में शामिल मीरापुर थाने के एसआई अनित यादव, एसआई अवधेश शर्मा, नेत्रपाल सिंह तथा हेड कांस्टेबल कालूराम, सिपाही सूरज,संदीप डागुर, अनुज कुमार व प्रवीण कुमार को ईनाम देने की घोषणा की गई है।
पड़ोसी का रिश्तेदार था डकैती में शामिल
मीरापुर इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि बदमाशों ने डकैती से करीब चार दिन पूर्व पूरे इलाके की रेकी की थी घटना में व्यापारी शाहनजर के एक पड़ोसी का रिश्तेदार बदमाश शाहबाज पुत्र दिलशाद निवासी इंचैली, मेरठ भी शामिल था उसी ने शाहनजर के घर डकैती डालने की योजना तैयार की थी जिसके शाहबाज व गिरोह का सरगना जाहिद एक अन्य बदमाश के साथ मीरापुर आये थे तथा कई दिनों तक शाहनजर के घर व इलाके की रेकी की थी। शाहबाज ने ही व्यापारी शाहनजर के घर मोटी रकम होने का अंदेशा जताया था।
झूठी रकम लिखवाने पर हो सकती है कार्यवाही:-
मीरापुर पुलिस के अनुसार मीरापुर में पड़ी डकैती में अपने रिश्तेदारों को फसाने की गरज से शाहनजर ने डकैती में लाखों रुपये की नकदी व करीब 20 तोले सोने के जेवरात जाने की बात बताई थी। किन्तु बदमाशों ने पकड़े जाते ही जब केवल 700 रुपये जाने की बात पुलिस को बताई तो पुलिस भी हैरत में पड़ गई। वही अब चर्चा है कि पुलिस इतनी बड़ी झूठी रकम व जेवरात जाने लिखाने तथा अपने रिश्तेदारों को फसाने का षडयंत्र रचाने पर व्यापारी शाहनजर के विरुद्ध भी कार्यवाही कर सकती है ।
व्यापारियों के गए थे सात सौ रूपए बताए थे साढ़े चार लाख
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी देहात अतुल श्री वास्तव ने बताया कि बदमाश शाहनजर के घर से मात्र सात सौ रूपए लेकर गए थे, जबकि युनुस के घर से कुछ नही द्य गया। किन्तु घटना के बाद शाहनजर ने डेढ़ लाख रूपए अपने तथा तीन लाख रूपए अपनी माँ के व साथ ही करीब 20 तौले सोने के जेवरात व आधा किलो चांदी के जेवरात तथा सब्जी विक्रेता युनुस पुत्र अब्दुल वहीद ने 40 हजार की नकदी व सोने-चांदी के जेवरात लूटने की बात पुलिस को बताई थी जिसके चलते पुलिस में हड़कम्प मच गया था।