दादा के दाह संस्कार में गए पौत्र की गंगा में डूबकर मौत, 24 घंटे में 2 चिता जली

काज़ी अमज़द अली
दादा के अंतिम संस्कार में गये पोते की चिता भी उसी दिन जलानी पड़ेगी ऐसी भयावह कल्पना भी कोई नही कर सकता।मुजफ्फरनगर के शुक्रताल श्मशान घाट पर दादा के अंतिम संस्कार के बाद गंगा किनारे हाथ पैर धो रहा पोता अचानक गहरे पानी मे समा गया। घण्टो की मशक्कत के बाद शव को गोताखोरों की सहायता से बाहर निकाला गया। देर शाम उसकी भी चिता भी वहीं जलाई गई। पुलिस ने घटना की जानकारी कर शव का पंचनामा किया । छपार थाना क्षेत्र के गांव बसेड़ा निवासी 96 वर्षीय कुरड़ीया की मौत गुरुवार को हो गयी थी। शव को अंतिम संस्कार के लिये शुक्रताल स्थित शमशान घाट पर लाया गया। दाह संस्कार के बाद मृतक का पोता 36 वर्षीय धर्मवीर पुत्र नरेश वही गंगा किनारे हाथ पांव धोने लगा कि अचानक वह गंगा के गहरे पानी मे समा गया। भोपा पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से घण्टो की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला तथा शव का पंचनामा किया। पिता ने किसी कार्रवाई से इंकार करते हुए तहरीर दी। मृतक धर्मवीर अपने पीछे पत्नी मीनू छह वर्षीय बेटी साक्षी को छोड़ गया है। यहां जसराज, वेदपाल, बबलू, अनिल, सतपाल, अश्विनी राजेन्द्र आदि मौजूद रहे।