खाकी वर्दी की आड़ में गरीब परिवार पर ज़ुल्म कर रहा होमगार्ड, पीडित परिवार पहुंचा मीडिया सेंटर
घर में घुसकर कबूतरो की हत्या व घर का सामान तोड़ने का लगाया आरोप
–रामराज थाना पुलिस पर कार्यवाही नही करने का लगाया आरोप, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
–पीड़ित परिवार ने इंसाफ की आस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया
मुजफ्फरनगर। जनपद के रामराज क्षेत्र के गांव हासमपुर के एक पीड़ित परिवार ने होमगार्ड पर वर्दी की आड़ में दबंगई को जन्म देने व गांव वासियों पर वर्दी का रोब गालिब कर ड़राने धमकाने व घर में घुस कर मारपीट व तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया हैं। जनपद के थाना रामराज क्षेत्र के गांव हासमपुर निवासी शहजाद ने शिव चौक स्थित पुरानी तहसील मार्किट में स्थित मीड़िया सेंटर पर पत्रकारों से वार्ता कर बताया कि थाना रामराज पर तैनात होमगार्ड पर वर्दी की आड़ में दबंगई को जन्म देने व गांव वासियों पर वर्दी का रोब गालिब कर ड़राने धमकाने का आरोप लगाया हैं। उन्होनें बताया कि गत दिनों किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गयी थी। आरोप हैं कि तभी से दबंग युवक शहजाद से रंजिश रखने लगा था। गत 19 मई को पीड़ित शहजाद काम के सिलसिले में शहर से बाहर गया हुआ था, जिसका फायदा उठाते हुए दबंग होमगार्ड ने अपनी दबंगई दिखाते हुए चार-पांच अन्य लोगों को साथ लेकर जबरदस्ती घर में घुस गया और गाली गलौच करते हुए घर में रखे कीमती सामानों में तोड़फोड़ चालू कर दी। वही घर पर मौजूद महिलाओं के द्वारा हंगामे का विरोध किया तो दबंगों के द्वारा महिलाओं के साथ भी मारपीट शुरू कर दी एवं बदनियती से महिलाओं को दबोचने का भी प्रयास किया। मारपीट के दौरान हुए शोर शराबे को सुन माहल्लेवासियों के इकट्ठा होने से होमगार्ड व उसके अन्य साथी मौके से फरार हो गये। उन्होनें कहा कि मारपीट की सूचना व रिपोर्ट दर्ज करने को थाना रामराज पहुंचे मगर थाना पुलिस के द्वारा कोई किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गयी। पुलिस की कार्यशैली को लेकर पीड़ितों ने सवाल उठाये हैं। उनका कहना हैं कि होमगार्ड के द्वारा धमकी देते हुए केस वापस लेने का दबाव बना रहा हैं। वही उन्होनें बताया कि होमगार्ड महबूब ने शहजाद व उसके परिवार को देख लेने व अपनी वर्दी का रोब गालिब करते हुए कहा कि तुम मेरा कुछ नही बिगाड़ सक ते क्योंकि मै एक होमगार्ड हूं और थानें में मेरी बहुत चलती हैं। इसके अलावा दबंग होमगार्ड ने कहा कि अगर तुम लोगों ने कुछ भी कार्यवाही की तो मुझसे बुरा कोई नही होगा। पीड़ित परिवार तभी से ड़रा व सहमा हुआ घर की चार दीवारी में कैद हैं। रिस्तेदारों व मौहल्ले वासियों के कहने सुनने के बाद पीड़ितों ने इंसाफ की आस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का दरवाजा खटखटाया हैं।