बिहारीगढ़ के चिल्लाहगाह को मिलेगी नई पहचान :- गौशाला में होगा तब्दील ध्वस्त किला

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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) June 4, 2022
केन्द्रीय मन्त्री के प्रयास से चिल्लागाह को मिलेगी गौशाला की पहचान
-एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा वन विभाग की सैंकड़ों बीघा भूमि पर किया हुआ था अवैध कब्जा
-ग्रामीण, व्यापारी, गौ प्रेमी आदि की सहायता से बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा: डॉ. संजीव बालियान
काज़ी अमजद अली
मुजफ्फरनगर। वन विभाग की सैंकड़ो बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर पीर खुशहाल द्वारा बनाई गयी चिल्लागाह पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुवे चिल्लागाह को ध्वस्त कर दिया था। शुक्रवार को गाँव बिहारगढ़ पहुँचे केन्द्रीय मन्त्री डॉ. संजीव बालियान ने अधिकारियों को गौशाला का निर्माण करने के आदेश दिये हैं। मोरना ब्लॉक् क्षेत्र के गाँव बिहारगढ़ मे शुक्रवार की दोपहर केन्द्रीय मन्त्री डॉ. संजीव बालियान की गाड़ियों का काफिला पहुँचा केंद्रीय मन्त्री ने वन विभाग की खाली पड़ी भूमि पर बड़ी गौशाला की स्थापना को लेकर भूमि व वहाँ पड़े मलबे का निरीक्षण किया। केन्द्रीय मन्त्री ने मुख्य विकास अधिकारी आलोक यादव को आदेशित किया कि यहाँ पड़े मलबे की ईंटो को प्रयोग में लाकर चारों ओर की बाउन्ड्री वाल कराई जाए तथा खाली पड़े बड़े हॉल में भूसा रखने की व्यवस्था की जाए। खण्ड विकास अधिकारी राम आशीष को शीघ्र कार्य को सम्पन्न कराने के लिये कहा गया। साथ ही मोरना वन रेंज के क्षेत्राधिकारी सिंहराज सिंह पुण्डीर को सभी कार्यों में सहयोग करने के लिये कहा गया। केन्द्रीय मन्त्री ने कहा कि एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा वन विभाग की सैंकड़ों बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर बड़ी इमारत खड़ी की गयी थी। जो पूर्व के शासन-प्रशासन की बड़ी चूक थी। प्रदेश की योगी सरकार के प्रयासों के चलते सरकारी वन भूमि को कब्जा मुक्त कराया जा चुका है। इमारत के मलबे से चाहरदीवारी बन बनवाकर एक बड़ी गौशाला का निर्माण किया जाएगा। जिसमे हजारो बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा। सरकार बड़ी बड़ी गौशाला का निर्माण किया जाएगा, ग्रामीण, व्यापारी, गौ प्रेमी आदि की सहायता से बेसहारा गौवंश को आश्रय मिलेगा। चिल्लागाह में स्थित मजार के ध्वस्तीकरण के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ध्वस्तीकरण के दौरान वह उपस्थित नही थे। आगे इस प्रकार के कब्जे बिलकुल सम्भव नही होंगे। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.वीरपाल निर्वाल, किसान प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय मन्त्री अमित राठी आदि उपस्थित रहे।
दो वर्ष पूर्व हुई थी ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
बिहारगढ़ में स्थित तथाकथित चिल्लागाह पर ख्वाजा खुशहाल मियाँ ने वन विभाग की भूमि को पट्टे पर लेकर वहां आलीशान भवन बना रखे थे वन विभाग द्वारा पट्टे की समय अवधि बीत जाने के बाद पट्टे को निरस्त कर चिल्लागाह को खाली करने के लिये चिल्लागाह के प्रबंधन को समय समय पर नोटिस जारी किये जाते रहे। अंततः 11 नवम्बर 2020 को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुवे वन विभाग की लगभग एक सौ बीघा भूमि पर बनी बड़ी इमारतों जिनमें एक आलीशान कोठी व गेस्ट हाऊस, रसोई आदि को ध्वस्त कर दिया था।पीर खुशहाल मियाँ के मजार व इबादतगाह को ध्वस्तीकरण से अलग रखा गया है। गत वर्ष सात जुलाई को हजारों धर्म प्रेमियों ने इकट्ठा होकर तथा कथित चिल्लागाह पर वृक्षारोपण कर इस स्थान का नाम महावीर वाटिका रखने की घोषणा की थी।