संगीनों के साये में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न
मस्जिदों के आसपास पुलिस-प्रशासन रहा अलर्ट, नमाज में कौम और मुल्क की सलामती की दुआ

मुजफ्फरनगर जनपद में शुक्रवार को जुमे की नमाज कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुई। देश भर में कथित तौर पर जारी जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन की अपील को जनपद के लोगों ने एक सिरे से खारिज कर दिया, जिससे अफसरों ने राहत की सांस ली। हालांकि, इसके बावजूद अफसर फोर्स के साथ दिन भर पूरी तरह से सक्रिय रहे और स्थिति पर पैनी नजर रखते हुए ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी भी की गई। पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा एक टीवी चैनल पर लाइव डिबेट के दौरान एक समुदाय के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर कथित तौर पर जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय के लोगों से प्रदर्शन की अपील की गई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया था और मुस्लिम समुदाय के सभी धर्मगुरूओं के साथ ही मौलाना व गण्यमान्य लोगों के संपर्क में था। इसके चलते पुलिस-प्रशासन को स्थिति सामान्य बनाए रखने में पूरी तरह सफलता मिली, जिसके चलते जनपद के सभी लोगों ने कथित बंद के आह्नान को पूरी तरह से नकार दिया। नतीजतन जुमे की नमाज जनपद में पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। हालांकि, इसके बावजूद आला अफसर सुबह से ही जनपद की स्थिति पर पूरी तरह नजर रखे रहे। अति संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की गई। एसएसपी अभिषेक यादव के साथ ही एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव और सीओ सिटी कुलदीप सिंह पूरे दिन क्षेत्र में सक्रिय रहे। इसके साथ ही सुबह के समय फोर्स के साथ अफसरों द्वारा मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में पैदल मार्च कर लोगों से संपर्क करते हुए स्थिति सामान्य बनाए रखने की अपील की जाती रही। वहीं, जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के गण्यमान्य लोगों ने भी स्थिति सामान्य बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई और नमाज अदा होने के बाद सभी लोगों को मस्जिदों से उनके घरों के लिए रवाना किया जाता रहा। इस दौरान कहीं भी लोगों का जमावड़ा नहीं लगने दिया गया, जिससे जनपद में कहीं से भी किसी तरह की प्रदर्शन आदि की कोई घटना नहीं हुई, जिससे अपफसरों ने राहत की सांस ली।
मुल्क और कौम की सलामती के लिए दुआ
शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान मुस्लिम समाज ने कौम और मुल्क की सलामती के लिए दुआ की। इस दौरान नमाज के बाद खुतबे में पेश इमाम ने सभी से आपसी मोहब्बत के साथ जिंदगी गुजारने एवं राष्ट्र सेवा में जुटे रहने का आह्वान किया। कौम के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई। पैगंबर की सुन्नत पर अमल करते हुए मौहब्बत का पैगाम समाज में देने की बात कही।