सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी न होना आश्चर्यजनक: मौलाना हकीमुद्दीन

मुजफ्फरनगर में जमीयत उलेमा ए हिंद की एक बैठक दारुल उलूम हुसैनिया तावली में समपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाअध्यक्ष मुफ्ती बिन यामीन ने की व संचालन जिला महासचिव कारी जाकिर हुसैन ने किया। मुख्य अतिथि के रुप में जमीयत उलमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन एवं मुफ्ती मौ. राशिद नायब मोहतमिम दारुलउलूम देवबन्द रहे। इस अवसर पर सभी उलमा-ए किराम ने सर्वसम्मती से उदयपुर में हुई। कन्हैय्या लाल की निर्मम हत्या पर गहरा शोक व्यक्त कर निंदा की व प्रस्ताव पास किया और कहा कि इस्लाम धर्म में इस तरह के घृणित कृत्य की इजाजत नहीं है। राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन ने कहा उदयुपर घटना की हम भरपूर निंदा करते हैं लेकिन हम यह भी कहना चाहेगें कि अगर वक्त रहते गुस्ताखे रसूल की गिरफ्तारी हो जाती तो शायद भारत की जनता को यह दिन न देखना पड़ता। भारत सरकार जागे, देश में नफरत फैलाने वालों और हत्यारों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करे। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद भी नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी न होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की सरकारें संविधान के मुताबिक कार्य करें। इस अवसर पर आगामी ईदुल अजहा कावड़ यात्रा पर चर्चा करते हुए जमियत उल्मा के प्रदेश सेक्रेट्री कारी जाकिर हुसैन कासमी ने कहा कि 10 जुलाई को ईद और 14 जुलाई से कावड़ यात्रा है। दोनों ही अति महत्वपूर्ण है। इन त्यौहारों के अवसर पर धैर्य के साथ आपसी सौहार्द कायम रखते हुए शान्ति व्यवस्था बनये रखना हम सब की जिम्मेदारी है। त्यौहारों के इस अवसर पर स्वच्छता का भी हम सभी नागरिकों को विशेष ध्यान रखना है। कारी जाकिर हुसैन ने भी गुस्ताख रसूल और उदयपुर कांड के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की। वहीं उन्होंने बताया कि 06 जून से 31 जुलाई तक पैगम्बर ए इस्लाम की जीवनी पर प्रकाश डालकर इनकी शिषाओं से लोगों को अवगत कराया जायगा। मुफ्ती शाशिद आजमी की दुआ पर बैठक सम्पन्न हुई। मौलाना मआज हसन, मुफ्ती इकबाल, मौलाना अरशद, मौलान इकबाल, मुफ्ती आदिल, कारी अब्दुल माजिद, मुफ्ती अब्दुस्समद, कारी जाफर, मौलाना अरशद, हाफिज इकराम, मुफ्ती फाजिल, मौलान आस मौहम्मद, मौलाना खालिद, मौलाना गुलफाम, कारी नौशाद, कासी सलीम, मौलाना अरशद जड़ौदा, कारी आदिल, मौलाना मौ. अहमद, मौलाना रजिउर्रहमान, मौ. दिलनवाज, मौ. शाहवेज, कारी लईक, कारी शाहनवाज, मौलाना अरशद नसीरपुर, डा. अखलाक, कारी नूर मौहम्मद, कारी रय्यान, मौलाना शब्बरी आदि रहैं।