अपना मुज़फ्फरनगर
सफेद हाथी बना प्रदूषण विभाग, जनता के जी का जंजाल बना प्लास्टिक कचरा

प्रदूषण बोर्ड से नहीं रुक पा रहा बाहरी जनपदों का कचरा
-कार्यवाही के नाम पर केवल ट्रक ड्राईवरों तक सीमित है विभागीय कदम
-डीएम से लेकर राजनेताओं तक के समक्ष उठ चुकी है समस्या, खुद ही कचरा पकड़वा रहे लोग
मुजफ्फरनगर। जनपद में प्रदूषण बोर्ड का नियंत्रण मौसम बुखार की भांति ही नजर आ रहा है। सभी कुछ जानबूझकर भी प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी दूध की हांडी को देखने के बाद भी आंखें मूंदकर बैठने का काम कर रहे हैं। यही कारण है कि लाख शिकायतों और प्रयासों के बावजूद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जनपद मुजफ्फरनगर को कचरा का ढेर बनने से नहीं रोक पा रहा है। यही कचरा शहर और की आबो हवा को ईंधन बनकर खराब कर रहा है। स्थानीय लोगों के द्वारा ही कई बार कचरा वाहनों को पकड़कर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ओर पुलिस को सौंपे गये हैं, लेकिन इस मामले में कार्यवाही के नाम पर भी हीला हवाली ही नजर आती है। प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी केवल वाहनों के चालकों को ही निशाने पर लेकर कार्यवाही करते दिखाई देते हैं, जबकि जनपद में इस अवैध कचरे की ठेकेदारी करने वाले लोग और उनके गोदाम इससे बाहर नजर आते हैं।
बता दें कि पन्नी कचरे से भरे ट्रक रोजाना बाहरी जनपदों से प्रवेश कर रहे हैं, इनके खिलाफ सुमित मलिक नाम का युवा लगातार संघर्ष कर रहा है। सुमित मलिक की शिकायत पर दर्जनों ट्रक मुजफ्फरनगर पुलिस पकड़ चुकी है। सुमित मलिक की शिकायत पर ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने भोपा रोड पर स्थित पन्नी कचरे से भरे एक गोदाम को सील किया गया। यहां पर सवाल यह उठता है कि लोगों की शिकायत के बाद ही उनके द्वारा इस तरह की कार्यवाही की जा रही है। जबकि रात्रि में विभागीय अधिकारी यदि जनपद में चेक पोस्ट पर चैकिंग कराये तो इस कचरे को जिले में ही आने से रोका जा सकता है। हाल ही में 30 अगस्त की रात्रि के समय पन्नी कचरा वेस्ट लेकर एक ट्रक जनपद में घुसा और अंदर तक आ गया। इसके के लिए रात्रि में इस ट्रक का पीछा कर रहे सुमित मलिक ने प्रदूषण अधिकारी को शिकायत की। पुलिस को भी सूचित किया गया। रात्रि के समय मुजफ्फरनगर बाईपास के निकट प्रदूषण विभाग की टीम ने इस ट्रक को पकड़ा गया। इसमें कचरा भरा हुआ था। इस पर मुकदमा दर्ज कराया।
थाना मंडी कोतवाली क्षेत्र में यूपी 12 बीटी 0582 ट्रक इसमें पन्नी कचरा साहिबाबाद से लाया जा रहा था। इसमें उ.प्र. नियंत्रण बोर्ड मुजफ्फरनगर के जेआरएफ मनीष कुमार द्वारा थाने में दी तहरीर के आधार पर एफआईआर की गयी और ट्रक को जब्त कर लिया गया। मनीष कुमार ने बताया कि 30 अगस्त की सुबह में विभिन्न माध्यमों से शिकायत प्राप्त हुई थी कि कचरा यहां लाया जा रहा है। इस पर मेरठ रोड बाईपास स्थित जानसठ रोड ओवरब्रिज व जौली रोड के मध्य स्थित एसडी पब्लिक स्कूल के नजदीक सड़क किनारे ििसत पार्किट से एक प्लास्टिक पालिथिन वेस्ट भरा ट्रक संख्या यूपी 12 बीटी 0585 पकड़ा गया। ट्रक ड्राईवर मोइन अली पुत्र जहीर अली ने बताया कि वह लोग यह प्लास्टिक कचरा वेस्ट साहिबाबाद स्थित किसी पेपर मिल से लाकर यहां पर ठैकेदार के गोदाम पर खाली करते है। मनीष कुमार ने अपनी शिकायत में यह स्वीकार किया है कि इस प्लास्टिक वेस्ट के भण्डारण से आसपास के किसानों एवं ग्रामीणों में संक्रमण फैलने से खतरनाक बीमारियों के पनपने की पूर्ण संभावना बनी रहती है। उन्होंने बताया कि कार्यवाही की बात सुनकर ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। इस मामले में ट्रक मालिक के खिलाफ पब्लिक न्यूसेंस में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस पर अभी तक कार्यवाही नहीं हुई। न ही उस ठैकेदार को तलाशने का काम हुआ, जिसके यहां पर ये कचरा मंगाया गया था। इसके साथ ही सवाल यह भी उठता है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों के चंगुल से चालक कैसे फरार हो गया।
समाजसेवी सुमित मलिक ने इस मामले में बड़ा संघर्ष छेड़ा हुआ है। उनका कहना है कि जनपद मुजफ्फरनगर में पेपर मिलों में तथा इनगट बनाने वाली मिलों में पोलूशन बहुत ज्यादा फैल रहा है। इसका मुख्य कारण यही कचरा है। अलग-अलग राज्यों से जिलों से जनपद मुजफ्फरनगर में कचरा वेस्ट मुजफ्फरनगर में प्रवेश करता है जो गोदामों में इकट्ठा कर पेपर मिलो मै सप्लाई किया जाता है, जिससे बोलर में डालने से आग जलाने के बाद उससे पोलूशन फैलाते हैं जो आम आदमी के जीवन के लिए बहुत ही खतरनाक है। बहुत सारी बीमारियां जन्म ले रही है जो आम इंसान के जीवन को नुकसान पहुंचाती है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कई बार डीएम को भी शिकायत की जा चुकी है। इस शिकायत में उन्होंने बताया कि पंजाब चंडीगढ़ गाजियाबाद उत्तराखंड अलग-अलग स्थानों से रात्रि के समय पन्नी कचरे के ट्रक मुजफ्फरनगर में प्रवेश करते हैं बड़े-बड़े गोदाम में इकट्ठा होते हैं। सुखाने के बाद कचरा पेपर मिलो में सप्लाई कर आग जलाने के काम में लाया जाता है। उनका कहना है कि उनकी शिकायत पर अभी तक कोई भी गंभीर कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि यदि जनपद की सीमाओं पर पन्नी कचरा पर प्रतिबंध लगाया जाए तो मुजफ्फरनगर के अंदर बाहर से आने वाला कचरा प्रवेश नहीं कर पायेगा। रोकथाम होना अति आवश्यक है। रात्रि के समय कच्चा लोहा जलाकर पोलूशन फैलाया जाता है। टायर जलाकर तेल निकाला जाता है जो ईट के भटटो को सप्लाई किया जाते हैं जिससे पोलूशन बहुत ज्यादा फैलता हैं उन पर भी कार्यवाही नहीं हो रही है। वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि प्लास्टिक वेस्ट को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर कई बड़ी कार्यवाही की गयी है। कई गोदाम सील करते हुए कानूनी कार्यवाही भी विभाग ने कराई है।