अपना मुज़फ्फरनगर
किसान मसीहा के जन्मदिन पर सिसौली में आयोजित होगा किसान मजदूर अधिकार दिवस
हरियाणा के डिप्टी सीएम एवम सांसद संजय सिंह की होगी आमद


चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ( फाइल फोटो)
सिसौली। किसान मसीहा दिवंगत चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का 87 वा जन्मदिन 6अक्टूबर को किसान जागृति दिवस किसान मजदूर अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
मुख्य कार्यक्रम किसान मुख्यालय सिसौली में होगा, जिसमें हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चौधरी देवीलाल पुस्तकालय का उद्घाटन करेंगे।
किसान भवन सिसौली में आयोजित कार्यक्रम में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी एवं आप सांसद संजय सिंह के सिसौली पहुंचने की पुष्टि हो गई है। वही सिसौली में देश के अन्य कई बड़े और चर्चित नेताओं के पहुंचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सिसौली मुख्यालय में इस बार मेरठ और सहारनपुर कमिश्नरी के किसान और पदाधिकारी किसान जागृति दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे । देश व प्रदेश के भाकियू कार्यकर्ता एवं किसान मसीहा चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के विचारों से ओतप्रोत विचारक अपनी कमिश्नरी,जनपद ,तहसील ब्लाक, ग्राम सभाओं में किसान मसीहा को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत के निजी सचिव कमल मित्तल ने बताया कि किसान मुख्यालय सिसौली में सुबह 8:00 बजे हवन व यज्ञ होगा ,उसके बाद किसान मसीहा स्वर्गीय चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को उनके 87 वे जन्मदिन पर किसान मजदूर अधिकार दिवस विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सिसोली में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से किसान नेताओं के पहुंचने की उम्मीद है।
दिल्ली के किसान आंदोलन के बड़ा फिर सक्रियता बढ़ी:
दिल्ली में हुए किसान आंदोलन के बाद भाकियू नेताओ की सक्रियता फिर बढ़ी है। गवर्नर सतपाल मलिक भी वेस्ट में सक्रिय है। सरकार से नाराज नाराज जाटों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं इसके अलावा वेस्ट यूपी में भारतीय किसान यूनियन संगठन को मजबूत करने में जुटी है जो कि हाल ही में भाकियू का एक धड़ा टूट गया था। भाकियू की राजधानी सिसौली में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के जरिए किसान अब एक बार फिर एक बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं।इसमें जहां भाजपा के नेताओं की मौजूदगी नहीं होगी तो वही आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह प्रमुख वक्ता के रूप में मौजूद रहेंगे। हरियाणा के डिप्टी सीएम की मौजूदगी भी यहां अहम मानी जा रही है।