रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने योगी सरकार को बताया किसान विरोधी

भाजपा सरकार में हो रहा है किसानों का शोषण: आरुषि सिरोही
मुजफ्फरनगर के खतौली में उप चुनाव का शोर चरम पर है। एक तरफ भाजपा नेजीत तय करने के लिये विधायकों और केंद्रीय मंत्रियों की फौज को खतौली में उतारा हुआ है, वही रालोद ने भी सीट को प्रतिष्ठा का सवाल बनाते हुए संगठन और विधायकों की पूरी फौज उतार रखी है। दोनों ही दल अपने प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे, गठबंधन उम्मीदवार के प्रचार में खतौली पहुचीं रालोद की प्रदेश प्रवक्ता आरुषि सिरोही ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा और सरकार को किसान विरोधी बताया है। आरुषि ने कहा कि उपचुनाव में खतौली सीट से गठबंधन की भारी मतों से जीत होगी।
खतौली में हो रहे उप चुनाव में राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रति आरोप लगाने का काम शुरू कर दिया है, उप चुनाव में कांग्रेस और बसपा के मैदान में नही होने से गठबंधन और भाजपा में सीधी टक्कर मानी जा रही है। बुधवार को खतौली उप चुनाव में गठबंधन उम्मीदवार का प्रचार करने पहुचीं रालोद की प्रदेश प्रवक्ता आरुषि सिरोही ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गन्ने का भाव तय नही होने पर किसान असमंजस की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को शुरू हुए एक माह से ऊपर हो गया है, मगर किसानों को गन्ने का भाव तक नही पता है, आरुषि ने कहा कि सरकार चीनी मिल मालिकों के साथ मिलकर किसानों का शोषण कर रही है। पिछले पांच साल से योगी सरकार ने गन्ने के दामों में कोई बढ़ोतरी नही की है, जबकि महंगाई के कारण गन्ने की फसल में लागत ज्यादा लग रही है, उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में देश मे महंगाई चरम सीमा पर है,खाने पीने की वस्तुओं पर बढ़े दामों से जनता त्राहि त्राहि कर रही है, देश में भुखमरी के हालत बनने लगे है, युवाओं को रोजगार नही मिल रहे है। पढ़े लिखे नोजवान सड़को पर धक्के खा रहे हैं।
आरुषि सिरोही ने कहा कि खतौली उप चुनाव में जनता भाजपा के मंत्रियों और विधायकों से सवाल पूछे आखिर उनकी गलती क्या है, देश में इतनी महंगाई कर दी है, सरकार जनता के पैसों से उधोगपतियों की तिजोरी भर रही है, आरुषि ने कहा रालोद ने हमेशा किसानों, मजलूमों, दबे कुचले लोगों को हक दिलाने के लिये लड़ाई लड़ी है, और आगे भी लड़ती रहेगी उन्होंने कहा खतौली उप चुनाव में जनता जागरूक है, नफरत की राजनीति को खत्म कर गठबंधन के उम्मीदवार को भारी मतों से जिताकर सदन में भेजेगी।