शुबी जेहरा ने उर्दू भाषा मे हासिल की पीएचडी की उपाधि, दीक्षांत समारोह में गवर्नर ने किया सम्मानित

मुज़फ्फरनगर। बेटियां घर मे उजाला करती है। शहर के नज़दीक एक छोटे से गांव बिलासपुर निवासी छात्रा शुबी जेहरा नक़वी ने उर्दू भाषा मे पीएचडी की उपाधि हासिल करके साबित कर दिया कि हौंसले के आगे कोई अड़चन नही। भले ही लड़की हो, लड़ भी सकती है। जीत तो फिर उसके आगे मौजूद है। मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में गुरुवार को हुए 34 वें दीक्षांत समारोह में जहां शुबी जेहरा नकवी ने उर्दू विषय से पीएचडी की डिग्री हासिल की। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने अपना आशीर्वाद दिया।उन्होंने अपनी पीएचडी उर्दू विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर असलम जमशेदपुर की देखरेख में पूरी की शुबी दो बार नेट की परीक्षा भी पास कर चुकी हैं ल वहीं एम ए एवम एमफिल की परीक्षा में गोल्ड मेडल भी हासिल कर चुकी हैं। इस उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। बता दे कि हाल ही में वह श्रीराम कॉलेज मुजफ्फरनगर में बीएड द्वितीय वर्ष की छात्रा है। शुबी रानी कहानीकार भी हैं।जिनकी 10 से ज्यादा कहानियां पब्लिश हो चुकी हैं।जिसमें एक मशहूर कहानी ज़ख्मी परिंदा भी है उनका बहुत जल्द मजमुआ भी पब्लिश होने जा रहा है। जिसको लेकर उन्हें काफी उम्मीदें है। शुबी के पति उरूज अब्बास जैदी एडवोकेट है जो मुजफ्फरनगर कचहरी में प्रैक्टिस करते हैं। उरूज अब्बास जैदी एडवोकेट बताते है कि उन्होंने अपनी पत्नी को हमेशा पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित किया है। कभी कोई समस्या पढ़ाई में आड़े नही आने दी गई।