वित्तीय साक्षरता कैम्प में उमड़ी ग्रामीणों की भीड़,पैसों के प्रबंधन के बताएं उपाय
रिजर्व बैंक के एलडीओ व सीएफएल एएएम ने दी महत्वपूर्ण जानकारी,डिजिटल को सुरक्षा के साथ अपनाने पर दिया जोर
-शिकायत व निवारण पर भी डाला गया प्रकाश, बचत करने पर दिया गया बल
शामली में थानाभवन ब्लाॅक के ग्राम दखौड़ी जमालपुर में वित्तीय साक्षरता कैम्प लगाकर लोगों को वित्तीय साक्षर किया गया। इस दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ, लीड़ बैंक के एफएलसी व सीएफएल की सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धन ने लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। लोगों की शिकायतों का भी मौके पर ही निस्तारण किया गया। कैंप को संबोधित करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ मार्कण्डय चतुर्वेदी ने कहा कि वित्तीय साक्षरता आज की आवश्यकता है। बैंक पैसे के प्रबन्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बैंक को परिभाषित करते हुए बताया केवल बैंक उसे कहा जा सकता है, जो मांग पर पैसा उपलब्ध कराये, इसलिए सभी को बैंकों से जुड़ना चाहिए और अपने पैसे को बैंक के माध्यम से निवेश भी करना चाहिए, ताकि उनके पैसे में वृद्धि हो सके। उन्होंने सीएफएल प्रोजेक्ट के बारे में भी लोगों को विस्तार से बताते हुए कहा कि सीएफएल जनता व बैंक के बीच सेतू का कार्य कर रहे हैं,क्योंकि बैंकों में व्यवस्तता के चलते लोगों को न तो योजनाओं की जानकारी हो पाती है और ना ही वह अपने पैसे का सही प्रकार से प्रबन्धन कर पाते हैं, ऐसे में सीएफएल सेतु का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने लोगों को बचत का महत्व भी समझाया तथा साथ ही उन्होंने बैंकिंग लोकपाल के बारे में भी विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी।
सीएफएल प्रोजेक्ट की सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक शीजा खानम ने कहा कि वित्त साक्षरता से ही आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया नाबार्ड द्वारा किशन फाउंडेशन के सहयोग से शामली में लीड बैंक पीएनबी द्वारा वित्तीय साक्षरता केंद्र संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब बैंकिंग में बदलाव आ रहा है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लगातार वित्तीय समावेशन हो रहा है और लोग बैंकों से जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश के आर्थिक विकास में बैंकों का बहुत सहयोग है। बैंकों के निरन्तर सहयोग से देश की आर्थिक स्थिति सुधरी है। उन्होंने सभी लोगों का आह्वान किया कि सभी बैंकों से जुड़कर अपनी बचत को बैंकों में रखें और बैंकों के माध्यम से ही निवेश करें। इसके अलावा उन्होंने सभी से सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेन्शन योजन से भी लोगों से जुड़ने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय डिजीटल का है और सभी को समय के साथ चलना पड़ेगा, जो समय के साथ नहीं चलेंगे, उनका विकास रूक जायेगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वह डिजीटल बैंकिंग को अपनायें और समय के साथ चलें। उन्होंने कहा कि डिजीटल अपनाते समय सुरक्षा बरतें और किसी को भी अपने एटीएम का पासवर्ड या पिन ना बतायें तथा बैंक संबंधी कोई ओटीपी भी किसी के साथ शेयर ना करें। उन्होंने बताया कि शामली जनपद में पहला वित्त साक्षरता केन्द्र (सीएफएल) ऊन में खोला गया, जो जनपद के ब्लाॅक ऊन, कैराना व थानाभवन में कार्य कर रहा है।
एफएलसी लीड बैंक सरफराज आलम ने कहा कि जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए बचत बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी अपनी आमदनी का कम से कम दस प्रतिशत बचा कर चलें और यह बचत तभी की जा सकती है, जब वह बचत की राशि को खर्च राशि मानकर इसे बैंक में जमा करते रहें। बचत के साथ ही इसका अगर सही निवेश किया जाए तो आर्थिक स्थिति अच्छी हो सकती है। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम को ऊन सीएफएल प्रबन्धक नीरज पुण्डीर, थाना भवन फील्ड कोर्डिनेटर अनीता पुण्डीर, एनआरएलएम के बीएमएम ने भी संबोधित किया। इस दौरान ग्राम प्रधान, समूह सखी, बैंक सखी समेत सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।