तीसरी लहर बच्चो के जीवन के लिये खतरा, इम्युनिटी पर दें खास ध्यान: डॉ. महेश

अहमद हुसैन
सरधना। बड़े स्तर पर फैली कोरोना महामारी ने अब तक लाखों लोगों को लील लिया है। पिछले वर्ष शुरुआती दौर में इसकी चपेट में आने वाले 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग रहे जबकि दूसरी लहर में अधिकतर 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इसने अपना शिकार बनाया जिसको लेकर अब केंद्र और प्रदेश सरकार अब 18 वर्ष से ऊपर को टीकाकरण करके उनको सैफ करने का कार्य कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व मंत्री गण तथा स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी इस बात के लिए चिंतित है की आने वाली संभावित तीसरी लहर बच्चों को अपना निशाना बनाएगी। जिसके लिए विशेष प्रयास करने होंगे। इस संबंध में क्षेत्र के जाने-माने बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महेश कुमार सोम से ट्रू स्टोरी के ब्यूरो चीफ अहमद हुसैन ने बात की। डॉ. महेश सोम ने बताया की कोरोना की संभावित तीसरी लहर जीरो से 18 वर्ष के बीच के किशोरों एवम बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले सकती है। जिसके बचाव के प्रयास अभी से करने होंगे और युद्ध स्तर पर इसकी तैयारियां करनी होगी।
तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए फिलहाल उनकी इम्यूनिटी मजबूत बनाने की आवश्यकता है। डॉक्टर सोम के अनुसार, माता पिता एक निश्चित सीमा तक बच्चों को सप्लीमेंट दे सकते हैं।
इसे 15 दिनों के लिए जस्ता, एक महीने के लिए मल्टीविटामिन और एक महीने के लिए कैल्शियम दिया जा सकता है। ये सभी चीजें प्रतिरक्षा को बढ़ावा दे सकती हैं। हालांकि, डॉक्टर विटामिन के प्राकृतिक स्रोतों का अधिक उपयोग करने की सलाह भी दे रहे हैं।
इसके अलावा आपको कोरोना के नियमों का पालन करना और बच्चों के लिए एक आदत बनाने की जरूरत है। छोटे बच्चों से बाहर से आए लोगों से दूर रखें, चाहे उन्हें लक्षण हों या न हों। साथ ही बच्चों को सर्दी-जुकाम और पेट की बीमारियों से बचाएं।
ऐसा इसलिए है क्योंकि ये रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए बच्चों को अधिक ठंडा पानी और तैलीय भोजन न दें। इसके बजाय, अपने आहार में दालें, साग और फल शामिल करें। बाहर की बनी चीजें जैसे चाऊमीन बर्गर आइसक्रीम आदि से बच्चों को दूर रखने की कोशिश करें।
अहमद हुसैन
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