महामारी में जान हथेली पर रखकर कोविड डयूटी करने वाले डॉक्टर्स को हटाया, किया प्रदर्शन

कोरोना महामारी के दौरान अहम भूमिका निभाने वाले कर्मचारियों को अब हटा दिया गया है। जिसके बाद डाक्टर्स व पैरा मैडिकल स्टाफ को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो में प्रभार दिये जाने की मांग करते हुए बकाया मानदेय भी दिये जाने की बात उठाई गई है। डीएम कार्यालय पहुंचे नेशनल हैल्थ मिशन अर्बन ऐरिया कर्मचारियों व आयुष चिकित्सको ने बताया कि उन्हें तीन माह के लिए कोविड ड्यूटी के नाम पर कार्य दिया गया था। दो माह पूर्व होते ही कोरोना कम हुआ तो उन्हें हटा दिया गया। जबकि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ्रंट लाईन हैल्थ वर्कर को 25 प्रतिशत इन्क्रीमेंट देने का वादा किया था। मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेशो के बाद भी यहां इसका लाभ किसी सदस्य को नहीं मिला। यहां तक की सौ दिन काम करने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र इस आशय का दिया गया है कि उन्होंने सौ दिन काम किया हैं। इनका कहना था कि कोविड 19 में लगे डाक्टर्स व पैरा मैडिकल स्टाफ ने अपनी जान हथेली पर रखकर ड्यूटी की है। ऐसे में इन्हें हटाया जाना न्याय संगत नहीं है। यहां पहुंचे कर्मचारियों ने जिला अधिकारी कार्यालय पर अपना ज्ञापन देकर अपनी मांग को रखा। ज्ञापन देने वालो में डा. अमृत, डा. अजय शर्मा, डा. विपिन राणा आदि मौजूद रहे।