एनसीसी केडेट्स ने शहीदों के परिजनों से मुलाक़ात की

मेरठ में आरजीपीजी कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स ने प्राचार्या डॉ. दीपशिखा शर्मा के संरक्षण में व 22 यू. पी गर्ल्स बटालियन के कमांडिंग ऑफ़िसर कर्नल पंकज साहनी के निर्देशन में तथा एनसीसी अधिकारी मेजर डॉ. पूनम लखनपाल एवं कैप्टन डॉ. अंजुला राजवंशी के नेतृत्व में कैडेट्स ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। जिसमें कॉर्पोरल किशी राठौर के साथ लायंस कॉर्परल सिमरन, कैडेट कंचन, कैडेट छाया, कैडेट ईशा शहीदों को शत शत नमन के लिए शहीद नायक हरपाल सिंह की बहू और उनके पोते से मिले व उनका सम्मान किया।
उन्होंने बताया कि नायक हरपाल सिंह 1971 में शहीद हुए थे। वह चाहती हैं कि उन्हीं की तरह युवा पीढ़ी सीख ले व सैन्य बल से जुडें। कॉर्पोरल ऐषिता त्यागी के साथ कैडेट तन्नू, कैडेट तनु रानी, कैडेट प्रियांशी प्रिया शहीदों को शत शत नमन के लिए शहीद मेजर गौरव शर्मा की पत्नी रेखा शर्मा से मिले जो मेरठ कॉलेज में भौतिक विज्ञान की शिक्षिका हैं और उनका सम्मान किया। जब उनके पति शहीद हुए थे तो वे केवल 33 वर्ष की थीं। उन्होंने हमें बताया कि मेजर गौरव शर्मा के लिये हमेशा सबसे पहले देश था और उनके परिवार को उन पर गर्व है। उन्होंने हमें सीख दी कि सबको देश की सेवा के लिए आगे आना चाहिए।कॉर्पोरल प्रियांशी कटारिया औऱ उनके साथी कॉर्परल कंचन कनौजिया, कॉर्परल निकिता, कैडेट सोनिका खरी, लायंस कॉर्परल नीतू सैन, कैडेट पायल यादव, कैडेट संजना कुमारी, कैडेट डॉली शहीदों को शत शत नमन करने के लिए शहीद कैप्टन राजवीर सिंह के परिवार से मिले जो कि तोपखाना मैदान के पास शहीद क्वार्टर में रहते हैं। उनकी पुत्रवधु ने बताया कि उनके पति केवल 5 वर्ष के थे जब उनके पिता ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। शहीद राजवीर सिंह के पुत्र भी शहादत को प्राप्त हो चुके हैं। उनके पूरे परिवार को अपने बहादुर बेटे पर बहुत गर्व है औऱ वह अपने परिवार के बाकी सदस्यों को भी आर्मी में जाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
शहीद कैप्टन तरूण नैय्यर की माता शशि नैय्यर, बहन शालू नैय्यर और भाई विवेक नय्यर से मिले जो 64/17 चैपल स्ट्रीट मेरठ कैंट (शहीद तरूण नैय्यर मार्ग) पर रहते हैं और उनका सम्मान किया। जब उनके बेटे शहीद हुए थे तो वे केवल 22 वर्ष के थे। और उन्होंने दो साल की सर्विस की। और उन्होंने हमें बताया की शहीद लेफ़्टिनेंट तरूण नैय्यर ने पहले अटेम्प्ट में ही क्लियर कर लिया था और इंडियन मिलिट्री अकैडमी में अपनी जगह बनायी थी। लेफ़्टिनेंट तरुण नैय्यर को उनकी बहादुरी से सेना मेडल भी प्राप्त हुआ और उनकी माता उनकी स्मृतियों को याद करते -करते काफी भावुक हो गयी, किन्तु उनकी आंखों में गर्व का भाव स्पष्ट झलक रहा था।
इससे पहले कैडेट्स शहीद ब्रिगेडियर मनुहार शर्मा, शहीद नायक सतपाल सिंह व शहीद मेजर केतन शर्मा के परिवार से भी कैडेट्स ने मुलाक़ात की, जिसकी विडीओ कॉलेज एनसीसी चैनल पर भी कैडेट्स डाली हुई है। प्राचार्या डॉ. दीपशिखा शर्मा, मेजर डॉ. पूनम लखनपाल, कैप्टन डॉ. अंज़ुला राजवंशी, कॉलेज आंतरिक गुणवत्ता आँकलन समिति की इंचार्ज डॉ. सीमा जैन तथा डॉ. सोनिका चौधरी ने कैडेट्स के प्रयास की सराहना की तथा उनके अच्छे नागरिक दायित्व को सफलतापूर्वक निभाने पर शुभकामनाएँ व बधाई दी। तकनीकि सहायक यास्मीन का विशेष सहयोग रहा।