मशीन में सोचने समझने की क्षमता का विकास करना है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: प्रो. अनिल
मशीन में सोचने समझने की क्षमता का विकास करना है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: प्रो. अनिल मलिक
-सीसीएसयू के गणित विभाग में चल रही है सात दिवसीय कार्यशाला, दूसरे दिन बोले मुख्य वक्ता
मेरठ। यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है अर्थात यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है। इसके जरिये कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसे उन्हीं तर्कों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है, जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट या फिर मनुष्य की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ्टवेयर बनाने का एक तरीका है। यह इसके बारे में अध्ययन करता है कि मानव मस्तिष्क कैसे सोचता है और समस्या को हल करते समय कैसे सीखता है, कैसे निर्णय लेता है और कैसे काम करता है। सरलतम शब्दों में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है एक मशीन में सोचने-समझने और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करना। यह बात गणित विभाग में चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन मुख्य वक्ता प्रो. अनिल मलिक ने कही।
उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को कंप्यूटर साइंस का सबसे उन्नत रूप माना जाता है और इसमें एक ऐसा दिमाग बनाया जाता है, जिसमें कंप्यूटर सोच सके…कंप्यूटर का ऐसा दिमाग, जो इंसानों की तरह सोच सके। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार पूर्णत: प्रतिक्रियात्मक, सीमित स्मृति, मस्तिष्क सिद्धांत, आत्म-चेतन। इसी क्रम में दूसरा व्याख्यान प्रो. पीतम सिंह का हुआ। उन्होंने फर्जी नम्बर, फर्जी लॉजिक तथा इनसे संबंधित आधारभूत जानकारी देते हुए सभी को लाभांवित किया। प्रो. अवनीश कुमार ने श्रोल आॅफ आप्टिमाइजेशन टेकनीक्स इन डिस्ट्रीब्यूटीड सिस्टम्स पर लेक्चर दिया। इसमें उन्होंने आप्टिमाइजेशन तकनीकों का वर्णन किया। इसके बाद प्रो. बीरपाल सिंह ने कॉमन क्रियेट्टिव कॉमनस के बारे में विस्तरीत रूप से जानकारी दी तथा अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ. संदीप कुमार ने प्रत्येक सत्र में प्रतिभागियों को फीडबैक से सम्बन्धित जानकारी दी। निवेदिता, राजीव शर्मा, हरेन्द्र तथा नितेश कुमार ने तकनीकी सत्रों का संचालन किया। प्रो. मुकेश कुमार शर्मा ने सत्र में आम्नत्रित अतिथि व्याख्यानों का धन्यवाद व्यापन किये एवं सभी प्रतिभागियों को विषय की रूपरेखा एवं सत्रों से सम्बन्धित जानकारी हेतू निर्देशित किया।