कृषि

88.23 प्रतिशत बुजुर्गों को लगाई जा चुकी हैं प्रीकॉशन डोज

-टीकाकरण के प्रति लोग हो रहे जागरूक, शत प्रतिशत ने लगवाई पहली डोज
मेरठ। लोगों की जागरूकता और स्वास्थ्य विभाग की मेहनत रंग ला रही है। तेजी से टीकाकरण होने के कारण जनपद में कोरोना पस्त होता जा रहा है। जनपद में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत लोगों को टीकाकरण की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 84.04 प्रतिशत लोग दूसरी डोज ले चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अखिलेश मोहन ने बताया- कोरोना के प्रति लोगों में अब काफी जागरूकता आ गयी है। शुरूआत में लोग कोरोना का टीकाकरण लगवाने से बच रहे थे लेकिन, अब हर उम्र के लोग टीका लगवाने के लिए उत्साहित हैं। जिले में25.73 लाख लोग कोरोना का पहला टीका लगवा चुके हैं, जबकि 18.99 लोग दूसरी डोज लगवा चुके हैं। उन्होंने बताया शतप्रतिशत हेल्थ वर्करको प्रथम डोज व 96.4 प्रतिशत को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इसी तरह शतप्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्सप्रथम डोज व 98.07 प्रतिशत दूसरी डोज ले चुके हैं। 45 से 60 साल की उम्र वालेलोगों को लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत प्रथम डोज और 84.4 प्रतिशत दूसरी डोज दी जा चुकी है। 18 से 44 साल की उम्र के 96.8 प्रतिशत लोगों को प्रथम व 66.4 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज दी जा चुकी है। उन्होंने बताया 15 से 17 साल के किशोरों में 68.78 प्रतिशत को प्रथम व 12.21 प्रतिशत बच्चों को दूसरी डोज लगवायी जा चुकी है। प्रीकॉशन डोज की बात करें तो जिले में अब तक 52260 बुजुर्ग व 46107गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को प्रीकॉशन डोज दी जा चुकी है।उन्होंने बताया अब कोरोना का संक्रमण कम होने से स्कूल-कालेज खुल गये हैं। इसलिये विभाग का पूरा फोकसछूटे हुए छात्र छात्राओं पर है। 100 प्रतिशत किशोरों का टीकाकरण करना है, जिसे 28 फरवरी तक पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं। पब्लिक स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कैंप लगाकर टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ
डा. अखिलेश मोहन ने बताया, कोरोना का संक्रमण कम हो गया है, लेकिन खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है। इसलिये अभी भी हमें सावधानी बरतने की आवश्यकता है। घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग जरूर करें। सामाजिक दूरी बनाए रखें। हाथ मिलाने के बजाए दूर से ही हाथ जोड़ें । बाजार और भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें। इसी में हम सब लोगों की भलाई व समझदारी है।

Related Articles

Back to top button