अपना मुज़फ्फरनगर
रंजिश में की गई थी आशुतोष का हत्या

-पुलिस ने किया हत्या का राजफाश, तीन हत्यारे दबोचे
मुजफ्फरनगर। दो लाख की फिरौती के लिए अपहरण कर हत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक दबोचे गए मुख्य आरोपी सुमित उर्फ घातक ने आशुतोष की हत्या सिर्फ इसलिए कि क्योंकी चोरी के एक मामले में साथ पकड़े जाने के बावजूद आशुतोष को छुड़ा लिया गया था। जबकि उसे एक माह जेल में रहना पड़ा था। जिसके चलते सुमित उर्फ घातक आशुतोष से रंजिश रखने लगा था। चरथावल थाना क्षेत्र के गांव बिरालसी निवासी 23 वर्षीय आशुतोष पुत्र जगपाल सिंह 18 फरवरी को घर से गायब हो गया था। जिसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज करा दी गई थी। आशुतोश की गुमशुदगी के बाद उसके परिवार वालों एक पत्र मिला था। जिसमें बदमाशों ने अपने आप को उनका शुभचिंतक बताते हुए आशुतोष के अपहरण की बात कही थी। उसे छोड़ने के एवज में दो लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी। जिसके बाद पुलिस ने सुरागरसी करते हुए तीन आरोपियों को दबोच लिया था। जिनकी निशानदेही पर शुक्रवार को मृतक का शव चार फिट गहरे गड्ढे से बरामद किया गया था। पुलिस ने आशुतोष की हत्या के मामले में सुमित उर्फ घातक, रमेश पुत्र प्रसादा तथा हिमांशु पुत्र मेघपाल को गिरफ्तार कर उनसे आला ए कत्ल भी बरामद कर लिया।
आशुतोष का छूटना चुभता था घातक को:-
थाना चरथावल के एसएसआइ विष्णु गौतम के अनुसार मृतक आशुतोष तथा एक हत्यारोपी सुमित उर्फ घातक 2019 में मंदिर में चोरी के मामले में पकड़े गए थे। आशुतोष को थाने से ही छोड़ दिया गया था, जबकि घातक को एक अन्य आरोपी के साथ जेल जाना पड़ा था। घातक एक महीना बाद जेल से छूटकर आया था। लेकिन उसके दिल में यह रंजिश थी कि आशुतोष को छुड़ा लिया गया और उसे जेल जाने दिया गया। जिसके चलते वह आशुतोष से ईर्ष्या रखता था जो रंजिश में बदल गई थी। बताया कि बावजूद घातक तथा आशुतोष साथ उठते-बैठते थे और नशा करते थे। 18 फरवरी को आशुतोष खेत पर गया था, जहां घातक तथा रमेश पुत्र प्रसादा एवं हिमांशु निवासी बिरालसी ईख छोल रहे थे। बताया कि वहां सबने पहले तो बैठकर शराब पी। उसके बाद घातक व अन्य दो आरोपियों ने मिलकर आशुतोष की हत्या कर पल्ली में बांधकर उसके शव को ईख में छिपा दिया। बताया कि 19 फरवरी को इन लोगों ने वापस ईख में जाकर आशुतोष के शव को खेत में ही गड्ढा खोदकर दबा दिया।