पालिका की राजनीति में अब सीएमओ की फजीहत

-पालिका से हटाए गए डा. बिजेंद्र सिंह पहुंचे हाईकोर्ट, अदालत ने किया तलब
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका में टिपर वाहन घोटाले को लेकर मची हलचल के बीच ही अब नया मामला सामने आया है। पालिका में सियासी खींचतान के बीच ही सीएमओ की अच्छी खासी फजीहत हो गई है। सीएमओ को हाईकोर्ट की नाराजगी झेलनी पड़ी है। पालिका से हटाए गए डा.बिजेंद्र सिंह की याचिका पर हाईकोर्ट ने मुजफ्फरनगर शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर बनी प्लानिंग के साथ 20 अप्रैल को तलब कर लिया है। नपा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा.अतुल कुमार से एक नवंबर की बोर्ड बैठक में विवाद हो गया था। जिसके बाद दो सभासदों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के मामले में बोर्ड बैठक में ही 43 सभासदों की संस्तुति पर उनको हटाने का प्रस्ताव पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के नेतृत्व में सदन ने पारित किया था। इसके बाद सीएमओ को पत्र भेजा गया, तो विवाद को निपटाते हुए सीएमओ ने डा. अतुल को वहां से हटाकर एसीएमओ डा.बिजेंद्र सिंह को पालिका का नया नगर स्वास्थ्य अधिकारी नामित कर दिया था। नगर स्वास्थ्य अधिकारी पद पर कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही डा.बिजेंद्र का पालिकाध्यक्ष, डीएम और एडीएम के साथ साथ ईओ से भी पंगा शुरू हो गया था। वह एडीएम प्रशासन को कोर्ट तक घसीटकर ले गए थे। डीएम को भी चेतावनी भरा पत्र लिख डाला था। इसके साथ ही उन्होंने ईओ हेमराज सिंह के खिलाफ भी मोर्चा खोलते हुए उनको पदीय दायित्वों का खूब पाठ पढ़ाया। डा.बिजेंद्र सिंह की पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के साथ भी नहीं बनी थी। डा. बिजेंद्र ने पालिका में पांच टिपर वाहन हैंडओवर करने से इंकार करने के साथ ही टिपर खरीद को फर्जीवाड़ा बताकर इसमें 1.20 करोड़ रुपये घपला बताकर शासन को पत्र लिख दिया था और जांच की मांग की गई थी। इसके बाद यह खींचतान और बढ़ी। पालिकाध्यक्ष ने पालिका में उनके कार्यालय में ताला लगवा दिया था। ताला खुलवाने को लेकर डा.बिजेंद्र ने पुलिस को शिकायत की तो पालिका में शहर कोतवाली पुलिस ने जाकर जांच की थी। इसी को लेकर पालिकाध्यक्ष ने उनके खिलाफ सीएमओ को पत्र लिखकर उनको पालिका से हटाने का आग्रह किया था। सीएमओ ने इसका संज्ञान लेकर डा. बिजेंद्र को पालिका से हटाते हुए वहां पर डा.अतुल कुमार को दोबारा तैनात कर दिया। हालांकि डा.बिजेंद्र को हटाए जाने का स्वागत करने के साथ ही पालिकाध्यक्ष ने विवादित डा.अतुल को फिर से चार्ज देने का ऐतराज जताया और उनकी ज्वाइनिंग को मंजूरी नहीं देते हुए सीएमओ से उनको हटाने की मांग कर रखी है।
अपने विभाग के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे डॉक्टर:-
अब इस प्रकरण में नया मोड़ आया है। एसीएमओ डा.बिजेंद्र अपने ही विभागाध्यक्ष के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। डा.बिजेंद्र ने अदालत में वाद दायर करते हुए राजनीति के दबाव में उनको नगरपालिका से हटाने के आरोप सीएमओ पर लगाने के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाएं। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को स्वीकार करते हुए कड़ी नाराजगी जताई और सीएमओ को तलब कर लिया है। डा.बिजेंद्र का कहना है कि सीएमओ को 20 अप्रैल को कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अदालत ने शहरी सफाई व्यवस्था के लिए बनाए गए प्लान को भी मांगा है। इससे पालिका से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक नई हलचल मची हुई है।