पुलिस व प्रशासन का सिरदर्द बने भावी अग्निवीर, खुद अफसरों ने संभाली कमान

शब्बीर अहमद सैफी
बुलंदशहर: केन्द्र सरकार द्वारा देश की तीनों सेनाओं में सैन्य भर्ती के लिए लाई गयी स्कीम “अग्निपथ” अग्निवीर कई राज्यों, जनपदों में पुलिस-प्रशासन का सिर दर्द बन गयी है। सैन्य भर्ती के लिए तैयारी कर रहे युवा केन्द्र सरकार की अग्निवीर प्रक्रिया के विरोध में सड़कों पर उतर कर आए दिन हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। बिना किसी जिम्मेदार संगठन के उतरे युवा सड़कों, रेलवे स्टेशनों आदि पर तोड़फोड़ कर उत्पात मचा रहे है जिन्हे रोकने लिए पुलिस-प्रशासन बिना चैन की साँस लिए लगा हुआ है।
दरअसल, कोविड के चलते पिछले तीन साल से सेना में कोई भर्ती नहीं हो पायी है। जिसके चलते तैयारी करने वाले सैकड़ों युवा ओवरएज हो गए हैं तथा केन्द्र सरकार द्वारा अग्निवीर के तहत भर्ती होने वाले युवाओं की भर्ती सिर्फ चार साल के लिए किए जाने पर युवाओं में रोष है। युवाओं का कहना है कि सेना में जाने में लिए वे पिछले कई सालों से तैयारी कर रहे हैं। कोविड के चलते भर्ती नहीं हो सकी थी जिस कारण उन्हें सेना भर्ती का बहुत ही ज्यादा इंतजार था। भर्ती तो आयी लेकिन सरकार द्वारा उसमे चार साल के लिए भर्ती किये जाने का नियम बहुत ही गलत है। उन्होंने कहा कि वे जीवन भर सेना में रहकर देश सेवा करना चाहते हैं न कि चार साल के लिए भर्ती होकर धन कमाना उनका लक्ष्य है। देश भर में युवाओं की तरफ से भारी रोष प्रदर्शित किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रदेश समेत जनपद में भी पुलिस-प्रशासन सतर्क बना हुआ है। पुलिस द्वारा बाजारों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, हाइवे आदि स्थानों पर सतर्कता के साथ पैदल मार्च कर वाहनों तथा संदिग्धों की चेकिंग की जा रही है। पुलिस जनपद में चल रहे कोचिंग सेंटरों, लाइब्रेरी तथा छात्रों के एकत्रित होने वाले स्थानों पर नजर बनाए हुई है। पुलिस जगह-जगह बने कोचिंग सेंटरों तथा उनमे पढ़ने वाले युवाओं की जानकारी एकत्रित करने में जुटी है तथा संचालकों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
क्षेत्राधिकारी स्याना वंदना शर्मा ने ट्रू स्टोरी को बताया कि क्षेत्र में सभी जगह पैदल मार्च कर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए जनपद पुलिस तत्पर है। जगह-जगह चेकिंग करायी जा रही है तथा कोचिंग सेंटर, लाइब्रेरी आदि के संचालकों से भी संपर्क बनाये हुए हैं। सैन्य भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं से भी बातचीत कर उन्हें समझाया जा रहा है। युवाओं से हिंसक प्रदर्शन न करने की अपील की जा रही है। उन्होंने युवाओं को समझाया कि वे किसी के बहकावे में आकर अपने भविष्य के साथ खिलवाड़ न करें तथा शांतिपूर्वक अपनी तैयारी करें।