मुजफ्फरनगर में 72% हुआ मतदान, पिछले चुनाव के मुकाबले 5% की आई कमी
मुजफ्फरनगर में देर रात तक जिला प्रशासन वोटिंग प्रतिशत को लेकर गुणा भाग में लगा रहा। अर्ध रात्रि के बाद जनपद में 72.57℅ वोटिंग होने की घोषणा की गई जो की पिछले चुनाव वर्ष 2015 के मुकाबले 5 प्रतिशत कम रही। 2015 में जिले में 77.27 प्रतिशत मतदान हुआ था। जानसठ में सबसे ज्यादा 79 प्रतिशत वोट पड़े थे। इस बार कोरोना महामारी व गेहूं कटान के चलते माना जा रहा था कि मत प्रतिशत गिरेगा मगर यहॉ बहुत ज्यादा गिराव नही आया।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांति पूर्ण सम्पन्न कराने के लिये स्थानीय प्रशासन ने सभी सवेदनशील केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के लिये भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मतदान के दौरान मास्क व सेनेटाइजर की भी प्रशासन द्वारा व्यवस्था की गई थी। वही मतदान सुबह से ही कछुवे की चाल चलता रहा। बहुत से पोलिंग बुथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन लगी रही तो कई पोलिंग बूथ खाली पड़े रहे।
सोमवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सुबह 6 बजे से शुरू हुआ। जहॉ साढ़े पाँच बजे ही देहात के पोलिंग बुथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई थी। जहॉ मतदाताओं ने अपने पसंद के उम्मीदवारों के पक्ष में मत डाला। वही मतदान के दौरान स्थानीय प्रशासन ने बढ़ते कोरोना वायरस से बचने के लिये मतदातों को मास्क ओर सोशल डिस्टेंसिग के नियमो का पालन करने के निर्देश दिये। और पोलिंग बुथों पर मास्क व सेनेटाइजर की व्यवस्था भी की गई थी। सुबह से ही मतदान शुरू होने के बाद गांव के कुछ बूथों पर मतदाताओं की लंबी लाइन लगी रही तो कही पोलिंग बूथ खाली पड़े रहे। जहॉ मतदाता अधिकारी वोटरों का इंतजार करते रहे। खतौली तहसील से सटे भूड़ खतौली लाल फाटक पर लगे पोलिंग केंद्र पर सुबह साढ़े पाँच बजे ही मतदाताओं की लंबी लाइन लगी रही। जिनमे मुस्लिम समाज के लोग की संख्या सबसे ज्यादा रही। वही दर्जनो गांवो में मतदान कछुवे की चाल चलता रहा। जिसके चलते पोलिंग बूथ खाली पड़े रहे। मतदान के दौरान पुलिस और चुनाव अधिकारियों ने मोबाइल को बैन रखा। यही नही भूड़ स्थित पोलिंग बूथ पर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मीडिया पर भी बूथ पर जाने से रोक दिया गया। पुलिस ने बूथ पर कवरेज करने के लिये मतदाताओं से मीडिया को बात नही करने दी गई। जहॉ मीडिया कर्मी और पुलिस के बीच नोक झोक भी हुई। मीडिया कर्मियों ने एसएसपी और एसपी सिटी को भी मीडिया पर रोक लगाने की जानकारी दी गई। जिसके बाद पुलिस ने मीडियो को बूथ में जाने दिया।
नवयुवतियों ने डाला अपना पहला वोट
खतौली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में महिलाओ और युवतियों में चुनाव के प्रति उत्साह देखा गया। जहां पोलिंग बूथों पर महिलाओ व युवतियों की लंबी लाइन लगी रही। वही दूसरी और युवतियों ने अपने पहले मत का प्रयोग कर अपने चहेते उमीदवार के पक्ष में वोट किया। युवतियों से जानकारी लेने के बाद उनका कहना था कि उन्होंने अपने पहले मत का प्रयोग गांव के विकास के लिये किया है इसलिए उन्होंने गांव ने विकास करने वाले और ईमानदार प्रत्याशी को अपना मत दिया। उनका कहना था कि अपने पहले मत का प्रयोग करते हुय उन्हें अच्छा लगा। उन्होंने कहा को मतदान करने से अच्छे हमे एक अच्छी सरकार और प्रधान मिलता है। जो कि देश और गांव का विकास करे। वही वृद्धाओं और बीमार मतदाताओं ने भी अपने मत का प्रयोग किया।