कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास,सांप्रदायिक बवाल होने से बचा

अहमद हुसैन
सरधना। रात के अंधेरे में दबंगों ने दर्जनों मजदूर जेबीसी व भारी मात्रा में निर्माण सामग्री ले जाकर भूमि पर कब्जे का प्रयास किया।सरधना में कब्रिस्तान की भूमि कब्जे का प्रयास किया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे विशेष संप्रदाय के लोगों ने इसका विरोध करते हुए निर्माण कार्य रुकवाया। कब्जे की सूचना पर हंगामा हो गया और भीड़ जमा हो गई हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को भारी मशक्कत के बाद समझा कर शांत किया और थाने आकर अपने कागजात दिखाने की बात कही पुलिस ने मामला उप जिला अधिकारी के संज्ञान में डाला उप जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया थाने पहुंचे दोनों पक्षों के लोगों ने थाना इंस्पेक्टर की मौजूदगी में ईद के बाद मिल बैठकर मामला निपटाने की बात कही।
जानकारी के मुताबिक सरधना में रविवार नगर के छुटकारे संपर्क मार्ग पर स्थित कंकर वाली कब्रिस्तान में रात के अंधेरे में कब्रिस्तान की भूमि पर कुछ लोग अवैध कब्जे का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान विशेष संप्रदाय के कुछ लोग किसी की मृत्यु होने पर वहां कब्र खोदने के लिए गए थे जिन्होंने अवैध कब्जा होते देख अपने लोगों को इसकी जानकारी दी जिसके बाद विशेष संप्रदाय से जुड़े सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए । भीड़ ने कब्रिस्तान की भूमि पर निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों को खदेड़ दिया और कब्रिस्तान में डाली गई ईंट और निर्माण सामग्री को बाहर फेंक दिया। इस दौरान अवैध कब्जा कर रहे लोगों ने विरोध जताया तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए मामला दो संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण इलाके में तनाव फैल गया। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई मगर जनआक्रोश को देखते हुए केवल शांति व्यवस्था बनाये रखने में जुटी रही। और भारी मशक्कत के बाद दोनों को समझाने में कामयाबी हासिल की । मुस्लिम समुदाय के लोगों का आरोप है कि इस जमीन पर काफी समय से भूमाफियाओं की नजर थी, जिसकी शिकायत वह कई बार तहसील अधिकारियों से कर चुके थे। आखिर मौका पाकर अलसुबह आरोपियों ने इस पर निर्माण शुरू कर दिया। आरोप यह भी है कि सत्ता पक्ष के कद्दावर नेता के संरक्षण में नगर की अधिकांश खाली पड़ी जमीनों पर कब्जे किये जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि मामला प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वतः संज्ञान में लिया है। इस बाबत बात करने के लिए दोनों पक्षों को थाने बुलाया गया है।
जानकारी के अनुसार सरधना में दौराला रोड स्थित सूफ़ी शमसुद्दीन की दरगाह है जिस पर बुढाना निवासी हाफिज शरीफ सेवा का कार्य करते थे । हाफिज शरीफ सूफी शमसुद्दीन के मुरीद थे कुछ दिन पहले हाफिज शरीफ की तबीयत खराब हुई और वह अपने कस्बा बुढ़ाना चले गए । बीमारी के दौरान हाफिज शरीफ ने अपने परिजनों से कहा था कि उसकी मौत के बाद उसे सरधना में दफनाया जाए। शनिवार की रात में हाफिज शरीफ का इंतकाल हो गया। हाफिज शरीफ की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए उसके परिवार के लोग सरधना में अंतिम संस्कार करने के लिए आए थे । जब वह झिटकरी रोड स्थित कब्रिस्तान में कब्र खोदने के लिए पहुंचे तो वहां का नजारा देखकर वह हैरान रह गए वहां 100 से अधिक लोग जेसीबी मशीन के साथ कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जा कर रहे थे । मृतक हाफिज शरीफ के परिजनों ने सरधना के मुस्लिम समाज से जिम्मेदार लोगों को फोन किया । कब्रिस्तान में किए जा रहे अवैध कब्जे से अवगत कराया । जिस पर सैकड़ों की तादाद में मुस्लिम समाज के लोग कब्रिस्तान पहुंच गए और अवैध कब्जा कर रहे लोगों को रोका और वहां काम कर रहे मजदूरों को भगाने के साथ कब्रिस्तान के अंदर पड़ी निर्माण सामग्री को बाहर फेंका। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच तनाव पैदा हो गया । सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत किया। मौके पर पहुंचे आग़ा ऐनुद्दीन शाह, आग़ा मोहम्मद अली शाह, पूर्व चेयरमैन निज़ाम अंसारी, कब्रिस्तान कमेटी से जुड़े हाजी आरिफ मिर्जा अशरफ मिर्जा खालिद मिर्जा शाहिद मिर्ज़ा,गोमती नगर बशीर मिर्जा शाहिद मिर्जा इस्माइल मिर्जा नदीम मिर्जा सूफी अमीर अहमद इरफान सूची जावेद मिर्ज़ा आदि ने बताया कि यह कब्रिस्तान बहुत पुराने हैं जिसमें 33 मीटर पहली भूमि है । इसके बाद 587 गज वर्ष 2004 में आगा मईनुद्दीन से खरीदी थी जिसका बैनामा उनके पास है। हालांकि बाद में खरीदी गई जमीन को लेकर मामला कोर्ट तक भी पहुंचा था । कोर्ट ने कब्रिस्तान के हक में फैसला सुनाया था। तब से लेकर अब तक कब्रिस्तान कमेटी का ही इस पर कब्जा है । थाना प्रभारी बृजेश सिंह ने बताया कि इस विवाद की जब उन्हें जानकारी हुई तो फोर्स मौके पर पहुंचा । और दोनों पक्षों से बात की गई इस संबंध में उप जिलाधिकारी अमित कुमार भारतीय को अवगत कराया गया जिन्होंने तहसील की टीम को इस मामले की जांच सौंप दी है। तहसील टीम की जांच के बाद ही जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उक्त भूमि पर निर्माण करने का प्रयास कर रहे सरधना के मोहल्ला तगायान निवासी वैभव त्यागी व अंकुर त्यागी आदि का कहना है यह खेवट की भूमि है । जिसमें उनके दादा जय नंद त्यागी का नाम दर्ज है । इसी के चलते भूमि पर निर्माण कार्य कर रहे थे । नगरपालिका चेयर पर्सन पति व पूर्व चेयरमैन निजाम अंसारी ने बताया कि जिस भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है वह भूमि कंकर वाली कब्रिस्तान के नाम से नगर पालिका में दर्ज है। इस कब्रिस्तान की चार दिवारी (बाउंड्री) भराव, दरवाजा, सड़क निर्माण, को लेकर नगर पालिका में प्रस्ताव पास हो चुका है । टेंडर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। बस काम शुरू होना बाकी है जिसे अब शीघ्र ही शुरू कराया जाएगा।
अहमद हुसैन
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