जिला कारागार में चलाया गया टीबी जागरूकता अभियान

–पांच बैरको में की गयी स्क्रीनिंग, पांच रोगियों में मिले टीबी के लक्षण
महविश खान
मेरठ। देश से सन-2025 तक टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए जन आंदोलन जारी है। जिला क्षय रोग विभाग की ओर से चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में टीबी जागरूकता अभियान चलाया गया। सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान के तहत पांच बैरक में की गयी स्क्रीनिंग में एक महिला समेत पांच लोगों में टीबी जैसे लक्षण पाए गए, इनकी टीबी की जांच करायी जा रही है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय के नेतृत्व में बुधवार को क्षय रोग विभाग की टीम चौधरी चरण सिंह जिला कारागार पहुंची। कारागार की पांच बैरक में स्क्रीनिंग की गयी। महिला बैरक में स्क्रीनिंग टीम का नेतृत्व पीपीएम को-ऑर्डिनेटर शबाना बेगम ने किया, जबकि हाई सिक्योरिटी बैरक समेत अन्य चार बैरक में अन्य टीम ने जांच की। महिला बैरक में 127 महिलाओं व उनके बच्चों की जांच की गयी, जिसमें एक महिला में टीबी जैसे लक्षण मिले। जांच के लिए उसके बलगम का नमूना लिया गया। अन्य बैरक में चार और लोगों के बलगम के नमूने जांच के लिए गए। इस दौरान जेल अधीक्षक राकेश कुमार, जेलर राजेन्द्र सिंह, मनीष कुमार, डा. जावेद, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर एटीबी लैब सुपरवाइजर धर्मेन्द्र, फार्मासिस्ट इन्द्रजीत आदि मौजूद रहे।
टीबी को खत्म किया जाएगा जड़ से समाप्त
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. गुलशन राय ने बताया कि विभाग द्वारा टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक टीम ने ओल्ड ऐज होम, नारी निकेतन, मदरसे, अनाथालय, रेलवे स्टेशन, गेस्ट हाउस, रोडवेज बस स्टेंड पर अभियान चलाया है।
क्षय रोगी खोज अभियान के तहत की गई स्क्रीनिंग
उन्होंने बताया कि पहले दिन पांच बैरक में सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान के तहत स्क्रीनिंग की गयी। उन्होंने बताया कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। समय रहते अगर मरीज को उपचार मिल जाए तो इससे छूटकारा मिल सकता है।