देशवासियों को बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में जागरूक करना उद्देश्य

-शोभित विश्वविद्यालय के आईपीआर सैल एवं रिसर्च डेवलपमेंट सैल के तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय के आईपीआर सैल एवं रिसर्च डेवलपमेंट सैल के तत्वावधान में स्कूल आॅफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज (विधि विभाग) ने मिनिस्ट्री आॅफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (भारत सरकार) के डिपार्टमेंट आॅफ पॉलिसी एवं प्रमोशन के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसका मुख्य उद्देश्य बौद्धिक संपदा अधिकार के विषय मैं जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम शोभित विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। जिसके मुख्य वक्ता के रूप में हेमंत खोसला (डिप्टी रजिस्ट्रार पेटेंट एवं डिजाइन), भारत गोयल (एग्जामिनर पेटेंट एवं डिजाइन) रहें। जिन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों को बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम के शुरू में स्वागत भाषण विधि विभाग के डायरेक्टर डॉ. मोहम्मद इमरान द्वारा किया गया। श्री हेमंत खोसला ने अपने भाषण के दौरान बताया कि मिनिस्ट्री आॅफ कॉमर्स एंड ट्रेड आजादी के 75 व अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर प्रधानमंत्री के विजन को ध्यान में रखते हुए जागरूकता अभियान चला रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य देशवासियों को बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने बौद्धिक संपदा अधिकार से संबंधित कॉपीराइट पेटेंट और ट्रेडमार्क को विस्तार से समझाते हुए उनकी महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की श्रंखला में भारत गोयल एग्जामिनर पेटेंट एवं डिजाइन ज्योग्राफिकल इंडिकेशन एवं उसके महत्व को बताते हुए छात्रों से आवाहन किया कि वह अपने आइडियाज को मूर्त रूप देने से पहले उसे रजिस्टर्ड करा ले, यह उनके निजी एवं व्यवसाय जीवन में बहुत लाभप्रद होगा। उन्होंने पेटेंट की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बहुत छोटे से आइडिया के लिए भी पेटेंट में रजिस्ट्रेशन प्रदान किया जा सकता है, परंतु उस आइडिया में यूनीकनैस एवं नोवेल्टी होना आवश्यक है। प्रोग्राम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अजय राणा ने की। कार्यक्रम के अंत में डॉ. अशोक गुप्ता समस्त अतिथिगणों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समन्वय विधि विभाग के डॉ. कुलदीप कुमार एवं आईपीआर सैल के कोआॅर्डिनेटर मोहम्मद आमिर द्वारा किया गया। संचालन जतिका कथूरिया ने किया।