बाढ़ के हालत से निपटने के लिए शुकतीर्थ में हुई मॉकड्रिल, गंगा में डूब रहे लोगो को बचाया गया

काज़ी अमजद अली
मुज़फ्फरनगर में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए तमाम तैयारिया शुरू कर दी है। UP के 40 जनपदो में मॉक एक्सरसाइज कराई गई जो बाढ़ पूर्व तैयारी पर आधारित था।। मुजफ्फरनगर में जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह के नेतृत्व में तहसील जानसठ के शुक्रताल घाट में राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज कराया गया। जिसका संचालन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी द्वारा किया गया । मुख्यालय स्थित इंटीग्रेटिड कंट्रोल रूम पर सवेरे आई एक कॉल से मॉक ड्रिल शुरू हुआ। इसके साथ ही हर महकमे की टीमों को मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया। रेस्पोस टाइम पर टीमें पहुंच गई।
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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) July 7, 2022
तीर्थ स्थल शुक्रताल ( शुकतीर्थ) में आयोजित मॉक एक्सरसाइज में एक सी सिनारियों (छोटी सी काल्पनिक कहानी)के के तहत में शुक्रताल गांव में गंगा के पानी आ जाने के कारण वहां बाढ़ की स्थिति बन गई। जिससे शुक्रताल में बनी बाढ़ चौकी द्वारा जनपद में इमरजेंसी कंट्रोल रूम को सूचना आई की वहा कुछ लोग बाढ़ के पानी में फंसे है। जिससे जनपद में इमर्जेंसी ऑपरेटिंग सेंटर द्वारा (कंट्रोल रूम) तुरंत सभी संबंधित विभागों को सूचना दी गई और जिससे स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग,जल विभाग, अग्निशमन विभाग आदि अन्य विभाग तुरंत एक्टिवेट होकर घटनास्थल पर पहुंचे और अपने अपने कार्यों को अंजाम देते हुए बचाव कार्य किया.लेकिन कोई बचाव बल समय पर उपस्थित ना होने के कारण जिला प्रशासन और लोकल बॉडीज ने समन्वय स्थापित करके बचाव कार्य किया । वहां उपस्थित प्रशिक्षित नाविक उनके नाव के साथ और गोताखोर, और अग्निशमन विभाग के जवानों के द्वारा बचाव कार्यों को किया गया उसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने अपना कार्य करते हुए बचाओ से आए लोगों का चेक अप किया। और कुछ को CPR देके जिला अस्पताल भेजा गया और जो लोग सुरक्षित थे उन्हें राहत शिविर में भेजा गया और डॉक्टर्स टीम द्वारा चेक करवाया गया कि वह वास्तव में सही है कि नहीं। जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी ने कहा की हमारे इस मॉक एक्सरसाइज में लोकल लोगों , नाविकों और गोताखोरों का बहुत बड़ा योगदान रहा है उन्होंने यह साबित कर दिया की 1st रिस्पॉन्डर के रूप में उन्होंने बहुत अच्छी भूमिका निभाई और प्रशासन के साथ किसी भी आपदा से निपटने के लिए उनके साथ समन्वय स्थापित करके कार्य किया जा सकता है मॉक एक्सरसाइज एक पूर्व अभ्यास है जिसका उद्देश्य यह है कि भविष्य में अगर कोई आपदा आती है तो किस तरह एक अच्छी तैयारी के साथ प्रशासन, लोकल बॉडीज आदि अन्य विभाग मिलकर एक अच्छा समन्वय स्थापित कर कर उससे निपट सके और उसके प्रभाव को कम कर सके । जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, नायब तहसीलदार जानसठ,कानूनगो जानसठ , सब इंस्पेक्टर एनडीआरएफ, सूबेदार एनसीसी, आपदा सहायक व पटल इंचार्ज नासिर हुसैन, आईसीसीसी के तकनीकी इंचार्ज गुलफाम अहमद, राहुल कुमार, अजय कुमार का योगदान रहा।