खतौली में ईमानदारी से चुनाव कराए प्रशासन: नरेश टिकैत

बाहुबलि के नाम पर किया जा रहा भ्रमितः नरेश टिकैत
-भाजपा वाले खुद ही हैं बाहुबलि, कई विधायक हैं जेल में
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि खतौली विधानसभा के उपचुनाव में प्रशासन ईमानदारी से चुनाव कराये,क्योंकि यह चुनाव तय करेगा कि सरकार द्वारा जो कार्य किये जा रहे हैं, जनता उनसे कितना खुश है। इस अकेली सीट से सरकार पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, परन्तु यह उपचुनाव सरकार के प्रति जनता की भावनाओं को उजागर करेगी और इससे सबक लेकर सरकार को सद्बुद्धि आ सकती है।
नरेश टिकैत शुक्रवार को जगबीर हत्याकांड में पेशी पर आये थे, जहां पर उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उपचुनाव से अनावश्यक खर्च होता है, जो नहीं होना चाहिए। चुनाव शान्तिपूर्ण तरीके से होनी चाहिए और जिसे जो प्रत्याशी पसंद हो, उसे वोट दें। उन्होंने प्रशासन से आह्वान किया कि चुनाव में बईमानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि खतौली की एक सीट से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से उन्हें काफी उम्मीद थी,परन्तु यह सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। किसान और मजदूर अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। बाहुबलि के नाम पर विरोध कर लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। भाजपा वाले अपने आपको बाहुबलि दिखा रहे हैं, जिनके कई विधायक जेल में भी हैं। भाजपा सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है, जो ठीक नहीं है। भाजपा का कोई भरोसा नहीं है, यह बदले की भावना में पर्चा भी कैंसिल कर सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह निष्पक्ष चुनाव करायें। पुलिस प्रशासन भी पक्षपात रवैया अपना रही है। यदि किसी की गाड़ी या मकान पर भाजपा का झंडा है, तो उसे रियायत दी जाती है और बाकी पर जुल्म किया जाता है। गन्ना बेल्ट में किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाता है और किसान यदि विरोध करता है, तो उसे धमकाया जाता है। आजम खान के वोट देने का अधिकार छीने जाने पर टिकैत ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है और वोट डालने के अधिकार को नहीं छीनना चाहिए, हम इसकी निंदा करते हैं। यदि आजम खान का वोट डालने का अधिकार छीना जा सकता है, तो विक्रम सैनी का भी छीना जाना चाहिए, क्योंकि दोनों को ही कोर्ट ने सजा सुनाई है और दोनों की ही विधानसभा सदस्यता समाप्त हुई है।