सोशल मीडिया पर हुई पोस्ट के बाद जिंदगी बचाने को सामने आए इंसानियत के फरिश्ते
राहत की मुहिम के तहत किया महादान

मुजफ्फरनगर। सामाजिक संस्था “राहत की मुहिम” द्वारा हर जरूरत मन्द को रक्त मुहैया कराया जाता है,इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर निवासी मरीज को सुभारती हॉस्पिटल मेरठ में ब्लड मुहैया कराया गया।
सोशल मीडिया के जरिए “राहत की मुहिम” चलाने वाले समाजसेवी शाहवेज़ राव को फ़ोन कॉल के माध्यम से जानकारी मिली कि एक मरीज सुभारती हॉस्पिटल में भर्ती है और उसको दो यूनिट ब्लड की जरूरत है,जानकारी मिलते है, शाहवेज़ राव ने ये संदेश ट्विटर पर पोस्ट किया। जिसे जाकिर अली त्यागी ने आगे बढ़ाया।
इस नेक कार्य के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया
मरीज ने किसी उम्मीद से हमसे सम्पर्क किया था,मरीज के सम्पर्क करते ही हमने तुरन्त ट्विटर के माध्यम से आपको टेग किया था,हमे आपसे उम्मीद थी,ओर आप उम्मीदो पर खरे उतरे,एक बार फिर से आपको साधुवाद।@sachingupta787@ZakirAliTyagi@TrueStoryUP pic.twitter.com/U7cmgTxP7g— Dr.Shahvez Rao (@shahvez_rao) June 14, 2023
पश्चिम उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार डिजिटल के एनसीआर प्रभारी बुलन्दशहर निवासी सचिन गुप्ता ने तुरन्त पोस्ट को संज्ञान लेते हुए मोके पर जाकर सुभारती हॉस्पिटल में पॅहुच कर रक्तदान किया।ज़रूरत मन्द को रक्तदान करते समय वरिष्ठ पत्रकार सचिन गुप्ता ने कहा की रक्तदान से बेहतर कोई दान नही है,में पहले भी कई बार रक्तदान कर चुका हूं और मुझे रक्तदान करके बेहद अच्छा लगता है,ओर में सभी से अपील करता हु की आप भी आगे आकर जरूरत मन्द को रक्तदान करते रहे ताकि कोई जरूरत मन्द व्यक्ति रक्त के बिना न रहे।
एक मरीज मेरठ के सुभारती हॉस्पिटल में भर्ती है उसका ऑपरेशन हुआ है,उसको अर्जेंट दो यूनिट ब्लड की जरूरत है,ब्लड ग्रुप कोई भी हो सुभारती के ब्लड बैंक से बदला जाएगा।
आप से गुजारिस है मदद के लिये आगे आये।@BloodDonorsIn@BloodsevaIndia@sachingupta787@TrueStoryUP @ZakirAliTyagi pic.twitter.com/OfP5QJPrE0— Dr.Shahvez Rao (@shahvez_rao) June 14, 2023
इस मौके पर “राहत की मुहिम” (रक्तदान) चलाने वाले शाहवेज़ राव कहा की हम ओर हमारी टीम लोगो की जान बचाने के लिए रक्तदान के माध्यम से अनजान लोगों से खून के रिश्ते जोड़ रहे है और वैसे तो दान बहुत होते है,लेकिन रक्तदान दान से बढ़ा कुछ दान नहीं होता है। रक्तदान ही ऐसा दान है जोकि किसी की जान बचाता है और अनजान से खून का रिश्ता भी जोड़ता। रक्तदान से न केवल दुआएं मिलती बल्कि जान बचाने पर खुद को गर्व की अनुभूति के साथ ही आत्म संतोष भी मिलता है। शरीर 24 घंटे में ही दान किए गए रक्त की पूर्ति कर लेता है और कई बीमारियां तो हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। हमारी टीम में रक्तदान करने वालों की कमी नहीं है जोकि दूसरों की जान बचाने के लिए 24 घंटे तैयार रहते हैं और अधिकतर साथी दर्जनों बार रक्तदान कर चुके हैं।