हिन्दी को हर दिन की भाषा बनाने की जरूरत: डा. वेद प्रकाश वटुक

–पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में आयोजित हुआ हिन्दी दिवस
मेरठ। विद्या नॉलेज पार्क स्थित विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि प्रख्यात अंतर्राष्ट्रीय साहित्कार एवं भाषाविद् डा. वेद प्रकाश वटुक ने कहा कि यदि हिन्दी का विकास करना है तो हिन्दी को हर दिन की भाषा बनानी होगी। यदि हम दूसरों को हिन्दी सिखाने की बात करते हैं तो हमें भी तमिल, मराठी आदि भाषा भी सीखनी चाहिये।
इस मौके पर अंग्रेजी सिखाओ लेकिन, हिन्दी मत भुलाओ नाम से नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया गया। साथ ही हिन्दी की चिंता क्यों? विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता व हमारी शान और पहचान हिन्दी विषय पर संगोष्ठी के साथ काव्य पाठ का आयोजन किया गया। इसके साथ ही हिन्दी पखवाड़े का शुभारंभ किया गया, जिसमें प्रतिदिन कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हिन्दी दिवस के मौके पर विद्या नॉलेज पार्क के चेयरमैन प्रदीप जैन एवं प्रबंध निदेशक विशाल जैन ने सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी। विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में हिन्दी दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। विद्यागान के साथ विद्या इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की निदेशिका डा. रीमा वाष्र्णेय ने सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि हिन्दी हमारी मां है और हम सभी के दिल में हिन्दी बसती है। हम आज भी सोचते समझते हिन्दी में हैं। विभागाध्यक्ष डा. ममता भाटिया ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि समस्या अंग्रेजी की नहीं है, अंग्रेजी सिखाओ लेकिन, हिन्दी को मत भुलाओ। उन्होंने आगामी सप्ताह को हिन्दी पखवाड़े के रूप में मनाने की घोषणा की और कहा कि प्रतिदिन हिन्दी के प्रोत्साहन के लिये कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्राएं पक्ष में खुशी गुप्ता विपक्ष में रितिका एवं अनुष्का त्यागी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में तीनों वर्ष के विद्यार्थियों के साथ सभी संकायाध्यक्षों का योगदान रहा।
हिन्दी ने मुझे आगे बढ़ाया
मुख्य अतिथि डा. वेद प्रकाश वटुक ने कहा कि मैंने हिन्दी की सेवा नहीं की बल्कि, हिन्दी ने मुझे आगे बढ़ाया। यदि हम अपने जीवन में त्याग करें तभी हिन्दी जन-जन की भाषा बन सकती है। उन्होंने कहा कि समस्या हमारे कथनी और करनी में विरोध के कारण है। सहायक प्रवक्ता सूरज देव प्रसाद ने हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है, इस पर विस्तार से चर्चा की।
हिंदी मत भुलाओ का हुआ मंचन
इस मौके पर तीनों वर्ष के विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक अंग्रेजी सिखाओ लेकिन, हिन्दी मत भुलाओ का सफल मंचन किया। साथ ही हिन्दी की चिंता क्यों? विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता हुई, जिसमें पक्ष में खुशी गुप्ता और विपक्ष में रितिका विजेता बने। वहीं हमारी शान और पहचान हिन्दी विषय पर संगोष्ठी का आयोजिन किया गया, जिसमें अनुष्का त्यागी प्रथम एवं प्रज्ञा रूहेला ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। विद्यार्थियों ने काव्यपाठ भी किया। सभी विजेताओं को मुख्य अतिथि ने पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में सहायक प्रवक्ता सोनाक्षी शर्मा एवं अविनाश कुमान ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।