मेरठ में किसान आंदोलन के बीच ठंड ने ली युवा मेहनतकश की जान, खूब हुआ हंगामा

शताब्दीनगर में धरने के दौरान हुई किसान की मौत,जिला प्रशासन और अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए किया हंगामा
मेरठ। नई भूमि अधिग्रहण नीति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर शताब्दी नगर सेक्टर-4 बी में धरना दे रहे किसानों में उस वक्त खलबली मच गई, जब एक किसान राहुल चौधरी (30) की मौत हो गई। गुस्साए किसानों ने जिला प्रशासन और अफसरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। हालांकि माना जा रहा है कि सर्दी की वजह से राहुल की मौत हुई।
किसान की मौत की खबर पर धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ हजारों किसान इकट्ठा हो गए। मृतक किसान का शव उठाने से इनकार कर दिया। वहीं, सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसीएम ब्रह्मपुरी अरुण कुमार, एसपी सिटी विनीत भटनागर, एएसपी विवेक कुमार, इंस्पेक्टर परतापुर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने किसानों को समझाने का प्रयास किया और शव को उठाने का आग्रह किया, जिस पर आक्रोशित किसानों ने साफ कह दिया कि जब तक मृतक किसान को नई नीति के तहत मुआवजा, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी और मृतक के दो बच्चों के पालन पोषण के लिए मुआवजा नहीं मिलेगी, तब तक वह शव को नहीं उठने देंगे। किसान की मौत से अफसरों में खलबली है। सपा नेता पवन चौधरी भी शताब्दी नगर पहुंचे। सपा नेता ने कहा कि ये सरकार अपनी तानाशाही पर अड़ी है, ना जाने कितने किसान इस सरकार के समय में शहीद हो गये है। मांग की कि सरकार मृत किसान के परिवार को आर्थिक मदद व सरकारी नौकरी के साथ नई नीति मुआवजा दें।