मेरठ समेत 14 जिलों में लगायी जाएगी सुई रहित जायकोव डी वैक्सीन

पहले चरण में मेरठ के 67 हजार लाभार्थियों का किया गया है चयन
मेरठ। सुई लगवाने के डर से कोविड वैक्सीन से भाग रहे लोगों के लिये सरकार की ओर से तोहफा मिलने जा रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से कोविड की पहली सुई रहित वैक्सीन जायकोव डी लगवाने की तैयारियां आरंभ हो गयी है। एनएचएम की ओर से जारी सूची में मेरठ समेत 14 जिलों को चयनित किया गया है। पहले चरण में मेरठ के 67 हजार लाभार्थियों का चयन किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने पहले चरण में जिले के 67 हजार लोगों को लाभांविंत करने का निर्णय लिया गया है। तीन खुराक में इसका पूरा कोर्स होगा। तीनों खुराक मिलाकर पहली खेप के लिये जिले के कुल 201220 डोज आवंटित की गयी है। जायकोव-डी वैक्सीन आने के बाद लोगों के पास तीन कोविडरोधी तीन टीकों का विकल्प होगा। कोविड वैक्सीन की तरह इस वैक्सीन को लगावाने से पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा को वैक्सीनेटर की कार्यशाला की जा रही है। इसके लिये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक अपर्णा उपाध्याय की ओर से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस सबंध में पत्र जारी किया जा चुका है। इसके तहत प्रशिक्षण का कार्य 31 दिसम्बर तक पूरा कराया जाएगा।
फामार्जेट से लगेगी डोज
कोविशील्ड और को वैक्सीन से इतर जायकोव डी बिना सुई केने लगायी जाएगी। इसे लगाने के लिये फामार्जेट सुई रहित तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। इस तकनीक में जेट स्प्रे के जरिए स्पंज बॉल के माध्यम से वैक्सीन लगायी जाएगी। बिना सुई वाले इंजेक्शन में दवा भरी जाती है। इसे फिर एक मशीन के जरिये लाभार्थी की बांह पर लगाया जाता है।