UP में समय पर होंगे विधानसभा चुनाव, चुनाव आयोग का ऐलान
UP में चुनाव की तैयारियों और ओमिक्रॉन के बढ़ते संकट के बीच मतदान की तैयारी को लेकर आज लखनऊ में चुनाव आयोग ने अहम बैठक की है। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया कि सभी राजनीतिक दल कोरोना के तीसरे लहर की आशंका के बीच भी समय पर ही चुनाव चाहते हैं। यह भी साफ किया गया कि आखिरी मतदाता सूची 5 जनवरी को आएगी, मतलब चुनाव की तारीखों का ऐलान उसके बाद ही होगा।
आगामी विधानसभा चुनाव में कोरोना को लेकर दिव्यांग और 80 साल के ऊपर के लोगों को घर से ही मतदान की सुविधा मिलेगी
चुनाव आयोग की तरफ से जानकारी दी गई है कि उत्तर प्रदेश के सभी दल समय पर ही चुनाव चाहते हैं और उनका मानना है कि ओमिक्रॉन की वजह चुनाव नहीं टलना चाहिए. ऐसे में चुनाव आयोग ने कई बड़े ऐलान किए हैं।
समय पर ही चुनाव-
चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कई सुझाव दिए हैं. उनकी तरफ से बताया गया कि राजनीतिक दल कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव चाहते हैं।
2. दिव्यांग-बुजुर्ग को खास सुविधा
इसके अलावा रैलियों की संख्या सीमित रखने पर राजनीतिक दल सहमत हैं. इतना ही नहीं राजनीतिक दलों ने मांग की है कि कोरोना को देखते हुए दिव्यांग और 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को घर में ही मतदान की सुविधा मिलनी चाहिए.
3. बढ़ेगी पोलिंग बूथों की संख्या
कोरोना को लेकर मतदान केंद्र पर भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए चुनाव आयोग ने बताया कि करीब 11 हजार पोलिंग बूथ बढ़ाए जाएंगे. एक बूथ पर जहां पहले 1500 वोटर हुआ करते थे अब वहां सिर्फ 1200 लोगों की वोटिंग की व्यवस्था होगी।
4. महिला वोटरों की संख्या बढ़ी
देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में नए वोटरों की संख्या में तीन गुने की बढ़ोतरी हुई है. 18-19 साल के युवा वोटरों में हजार पुरुष मतदाता पर 839 महिलाओं का अनुपात था जो बढ़कर अब 868 तक पहुंच चुका है.
5. पांच जनवरी तक मतदाता सूची में जुडेंगे नाम
चुनाव आयोग ने कहा कि पांच जनवरी तक अपडेटेड मतदाता सूची बनाई जाएगी. हालांकि इसके बाद नामांकन के आखिरी दिन तक अतिरिक्त सूची भी बनेगी ताकि कोई भी व्यस्क छूट ना जाए. इसका मतलब है कि चुनावों की तारीखों का ऐलान भी 5 जनवरी के बाद ही होगा.