संघमाता की अस्थियां बोधि उपवन में बनी समाधि में स्थापित

मेरठ। संघमाता डा. मुक्ति ग्लोबल बुद्धिस्ट फाउंडेशन एवं सुभारती ग्रुप के संयुक्त तत्वावधान में सुभारती विवि की संस्थापिका संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की 65वीं जयंती पर मनाएं गये संघमाता सप्ताह के अंतिम दिन संघमाता डा. मुक्ति भटनागर की पवित्र अस्थियां को बोधि उपवन में बौद्ध रीति रिवाज के अनुसार समाधि के रूप में स्थापित कर दिया गया है।
रूपकायावशेष पूर्ण समाधिस्थ अनुष्ठान का शुभारंभ विश्वविद्यालय परिसर स्थित संघमाता के निवास स्थान से कलश यात्रा के रूप में उनकी अस्थियों को सुभारती परिसर में सुभारती परिवार के सभी सदस्यों द्वारा भ्रमण कराया गया। इसके बाद बोधि उपवन स्थित बौद्ध मठ में कुशीनगर के भिक्षु संघ अध्यक्ष भदंत एबी ज्ञानेश्वर, अंतराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महासचिव डा. धम्मापिया एवं अंतराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान लखनऊ के भूतपूर्व अध्यक्ष डा. नन्द रतन थेरो ने मंत्रोचारण किया। सुभारती ग्रुप के संस्थापक डा. अतुल कृष्ण बौद्ध ने अपने हाथों से संघमाता की अस्थियों को समाधि में विधिवत स्थापित किया। इस दौरान कलश यात्रा मार्ग के दोनों ओर सुभारती परिवार के सभी सदस्यों ने खड़े होकर पवित्र अस्थि कलश पर पुष्प वर्षा की एवं नम्न आंखों से अन्तिम विदाई दी। इस अवसर पर उमालोक के न्यासी डा. आलोक भटनागर, सुभारती ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. हिरो हितो, कुलपति डा. जीके थपलियाल, सीईओ डा. शल्या राज, लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डा. रोहित रविन्द्र, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति, डा. आकांक्षा, अवनी कमल, कुलसचिव डीके. सक्सैना, चेयरमैन क्यूसी डा. एनके आहूजा, डा. एसडी खान, डा. पिंटू मिश्रा, डा. नीरज कर्ण सिंह, प्रवक्ता अनम शेरवानी आदि उपस्थित रहें।