उन्नत कृषि और खुशहाली के लिए किसानों को बनना होगा कृषि उद्यमी

शोभित विश्वविद्यालय द्वारा कृषक उन्नति एवं ग्रामीण विकास के लिए हुआ किसान संगोष्ठी का आयोजन
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय के एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट एवं विधि विभाग द्वारा संयुक्त रुप से कृषकों की उन्नति एवं ग्रामीण विकास के लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के सहयोग से गांव दादरी में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत खेती, वित्तीय साक्षरता, जैविक कृषि, रोजगार परक शिक्षा एवं विधिक साक्षरता से अवगत कराना था। जिसमें मुख्य अतिथि सिविल जज सीनियर डिवीजन एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अंजू कांबोज रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार मौतला द्वारा की गई।
कार्यक्रम की शुरूआत में स्कूल आफ बिजनेस स्टडीज विभाग के निदेशक डॉ. अशोक कुमार गुप्ता द्वारा सभी ग्रामवासियों एवं अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया गया। जिसमें विधि विभाग के निदेशक डॉ. मोहम्मद इमरान द्वारा ग्राम प्रधान प्रवीण कुमार को शॉल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात विधि विभाग की शिक्षिका नेहा भारती द्वारा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अंजू कांबोज को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में बोलते हुए प्रो. डॉ. अशोक गुप्ता ने कार्यक्रम के बारे में संक्षिप्त जानकारी सभी किसानों को दी। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अभिषेक डबास ने कृषि व्यापार के नए आयाम एवं संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्नत कृषि और खुशहाली के लिए किसानों को बनना होगा कृषि उद्यमी। जिससे आने वाले समय में किसान अपनी फसलों को अपनी शर्तों पर एवं उचित दाम पर बेच पाएगा। जिसके लिए किसानों को पुरानी पद्धति से हटकर नई-नई फसलों के साथ-साथ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए कृषि करनी होगी। कृषि विभाग के शिक्षक डॉ. सौरभ त्यागी ने जैविक कृषि के बारे में बोलते हुए कहा कि कृषि के आर्थिक उन्नयन हेतु परंपरागत विधा के स्थान पर आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग कर पैदावार में वृद्धि करने के साथ-साथ कृषि उत्पादों को लंबे समय तक सुरक्षित किया जाना आवश्यक है। उन्होंने किसानों को बुवाई की तकनीक एवं बीज को भी बदलने के लिए कहा, जिससे उसमें होने वाली खरपतवार एवं अन्य समस्याओं को हटाया जा सके।
किसानों को विधिक साक्षरता के बारे में बताया
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित अंजू कांबोज ने किसानों को विधिक साक्षरता के बारे में बताया। उन्होंने बताया, आज अगर किसी व्यक्ति पर कोई केस दर्ज हो जाता है, उस मुकदमे को लड़ने के लिए बहुत सारे पैसों एवं जानकारी की आवश्यकता होती है। जिसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आपकी सहायता करता है। आपको हर वह संभव मदद मुहैया कराता है जो आपको मिलनी चाहिए।
कार्यक्रम में इनका रहा योगदान
इस अवसर पर विधि विभाग के निदेशक डॉ. मोहम्मद इमरान ने सभी गांव वालों को बताया कि शोभित विश्वविद्यालय समय-समय पर गांव-गांव जाकर लीगल एड क्लीनिक लगाता है, जिसमें कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या से संबंधित कानूनी जानकारी ले सकता है। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट एवं विधि विभाग शिक्षकों डॉ. कुलदीप कुमार, डॉ. मनोज कुमार, अभिनव पाठक एवं छात्रों का विशेष सहयोग रहा।